जान जोखिम में डालकर निकल रहे वाहन चालक
संवाद सहयोगी मसूरी गंगनहर के कई पुलों पर वाहन चालक जान जोखिम में डालकर निकलते हैं।
संवाद सहयोगी, मसूरी : गंगनहर के कई पुलों पर वाहन चालक जान जोखिम में डालकर निकलते हैं। एक माह के भीतर दो बड़े हादसे होने के बाद भी इन पुलों पर सुरक्षा इंतजाम को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है। काफी पुराने होने के कारण कई अन्य पुल जर्जर स्थिति में हैं।
नाहल गांव के पास डासना जेल को जाने वाले रास्ते पर गंगनहर का पुल काफी पुराना है। इस पुल की रेलिग टूट गई थी। सिचाई विभाग ने इसको ठीक नहीं कराया। एक साल पहले रेलिग नहीं होने के कारण इसमे कार गिर गई थी। कार सवार चारो युवक तैरना जानते थे। इस कारण सभी की जान बच गई थी। इस पुल से हाल में 18 जुलाई को रेलिग नहीं होने के कारण एक वैगनआर कार गंगनहर में गिर गई थी। हादसे में पिता-पुत्र की मौत हो गई थी, जबकि एक महिला को पुलिस ने बचा लिया था। हादसे के बाद भी रेलिग टूटे पुल से वाहनों का संचालन हो रहा है। सिचाई विभाग ने पुल पर रेलिग के स्थान पर लकड़ी की बल्लियां रस्सी से बांध दी थीं, जो भारी वाहन के टकराने पर टूट सकती है। जान को खतरे में डालकर पुल से ट्रक, कार व अन्य भारी वाहन निकल रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बल्ली बांधने का विरोध किया था। लोगों के विरोध के चलते 12 दिन पहले बल्लियां हटवाकर रेलिग के स्थान पर पक्की दीवार का निर्माण शुरू करा दिया गया। यह पुल काफी पुराना होने के कारण जर्जर हालत में है। इसके अलावा नाहल के पास का दूसर पुल भी जर्जर हालत में है। ढबारसी गांव स्थित गंगनहर के रजबाहे के पुल की दीवार भी क्षतिग्रस्त है। मसूरी गंगनहर के पुल पर भी वाहन चालकों की सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं। इस वजह से शुक्रवार रात को यहां पर कार गिरने पर दो लोगों की मौत हो गई, एक युवक की तलाश जारी है।