लोनी बुजुर्ग की पिटाई का मामला - कद बढ़ाने के चक्कर में बढ़ गया उम्मेद का रक्तचाप और शुगर लेवल

जागरण संवाददाता गाजियाबाद लोगों को उकसाकर कथित रूप से अपना राजनीतिक कद बढ़ाने की को

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 10:10 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 10:10 PM (IST)
लोनी बुजुर्ग की पिटाई का मामला - कद बढ़ाने के चक्कर में बढ़ गया उम्मेद का रक्तचाप और शुगर लेवल
लोनी बुजुर्ग की पिटाई का मामला - कद बढ़ाने के चक्कर में बढ़ गया उम्मेद का रक्तचाप और शुगर लेवल

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : लोगों को उकसाकर कथित रूप से अपना राजनीतिक कद बढ़ाने की कोशिश में सपा नेता उम्मेद पहलवान का रक्तचाप और शुगर लेवल भी बढ़ गया। कोर्ट से 14 दिन के न्यायिक हिरासत के आदेश के बाद उम्मेद रविवार शाम डासना स्थित जिला कारागार पहुंचा तो मेडिकल चेकअप में उसका रक्तचाप और शुगर लेवल सामान्य से अधिक था। जेल के चिकित्सकों ने उसे दवा और परामर्श दिया। इससे पहले उम्मेद को लेकर पुलिस जेल पहुंची तो सबसे पहले उसकी रैपिड एंटीजन किट से कोरोना जांच की गई। रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही उसे जेल में दाखिल किया गया।

---- आरटी-पीसीआर जांच होगी

जेल प्रबंधन ने उम्मेद को अस्थायी जेल में रखा है। सोमवार को उसकी आरटी-पीसीआर जांच होगी। रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उसे क्वारंटाइन बैरक में शिफ्ट किया जाएगा। इंटरनेट मीडिया पर तेवर दिखाने वाले उम्मेद के चेहरे का रंग जेल में दाखिल होते ही उड़ गया। जेल प्रबंधन के मुताबिक जेल में दाखिल होने के बाद उम्मेद लगभग शांत रहा। उसने सिर्फ पूछे गए सवालों के जवाब दिए। इसके अलावा कुछ नहीं मांगा।

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बिना मास्क पहुंचा जेल

उम्मेद पर पूर्व में कोरोना को लेकर इंटरनेट मीडिया पर भ्रांतियां फैलाने का भी आरोप लग चुका है। कोरोना को लेकर उसकी यह लापरवाही रविवार को जेल पहुंचने पर भी दिखी। जेल प्रबंधन के मुताबिक उम्मेद के पास मास्क नहीं था। पुलिस की भी लापरवाही रही कि बिना मास्क के पुलिस ने उसके साथ खुद को भी खतरे में डाले रखा। जेल प्रबंधन ने उम्मेद के पहुंचते ही उसके सभी कपड़े विसंक्रमित करने को दिए और उसको पहनने के लिए नए कपड़े दिए ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को कम किया जा सके।

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उम्मेद को अस्थायी जेल में रखा है। आरटी-पीसीआर जांच नेगेटिव आने पर उसे क्वारंटाइन बैरक में शिफ्ट करेंगे। जेल में दाखिल होने के बाद से ही उम्मेद शांत है। उसने कोई भी अतिरिक्त मांग नहीं की।

- आनंद शुक्ल, जेलर, जिला कारागार, डासना।

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