हाईटेंशन तार की चपेट में आए किसान की मौत
संवाद सहयोगी मोदीनगरभोजपुर थाना क्षेत्र के गांव पट्टी में तीन महीने पहले हाईटेंशन तार की
संवाद सहयोगी, मोदीनगर:भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव पट्टी में तीन महीने पहले हाईटेंशन तार की चपेट में आकर घायल हुए किसान की सोमवार को उपचार के दौरान मौत हो गई। पिछले तीन महीने से किसान का मेरठ के एक अस्पताल में उपचार चल रहा था। मामले में मृतक के चाचा ने बिजली विभाग के एक्सईएन, जेई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। देर शाम मृतक का शव गांव पहुंचा। मामले में बिजली विभाग की तरफ से मृतक आश्रितों को सहायता राशि देने का फैसला लिया है।
ज्ञात हो कि 6 नवंबर को गांव पट्टी निवासी सचिन खेत से चारा लेने के लिए जा रहा था। इस बीच खेत से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर सचिन घायल हो गया। आनन-फानन में उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उन्हें मेरठ के लिए रेफर कर दिया गया। तभी से उनका उपचार मेरठ के अस्पताल में चल रहा था। मामले में सचिन के चाचा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सोमवार को उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई। सूचना मिलने पर ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर गांव में प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस बीच गांव में एसडीएम आदित्य प्रजापति, तहसीलदार उमाकांत तिवारी, बिजली विभाग के एक्सईन अमित सक्सेना और भोजपुर एसएचओ धर्मेद्र कुमार पहुंच गए। ग्रामीणों ने अधिकारियों को बताया कि विभाग की लापरवाही के कारण सचिन की मौत हुई है। मृतक के स्वजन को मुआवजा दिलाया जाए। अधिकारियों ने किसी तरह ग्रामीणों को समझाकर शांत किया। इस बारे में तहसीलदार उमाकांत तिवारी ने बताया कि तहसील अभिलेखों में मृतक किसान की भूमि की जांच कराई जा रही है। यदि, कृषि भूमि सामने आती है तो किसान दुर्घटना बीमा योजना के तहत मृतकाश्रितों को पांच लाख राशि दिलाई जाएगी। वहीं, बिजली विभाग के एक्सईएन अमित सक्सेना ने बताया कि विभाग की तरफ से मृतकाश्रितों को ढाई लाख रुपये दिए जाएंगे।