विक्रम त्यागी का सुराग बताने को मांगे तीन लाख, गिरफ्तार

जागरण संवाददाता गाजियाबाद सात माह से लापता विक्रम त्यागी का सुराग बताने के नाम पर तीन लाख रु

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 07:42 PM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 07:42 PM (IST)
विक्रम त्यागी का सुराग बताने को मांगे तीन लाख, गिरफ्तार
विक्रम त्यागी का सुराग बताने को मांगे तीन लाख, गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : सात माह से लापता विक्रम त्यागी का सुराग बताने के नाम पर तीन लाख रुपये मांगने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपित ने विक्रम के स्वजन से रुपये ऐंठना चाहता था। उसे विक्रम के केस की कोई जानकारी नहीं है। 26 जून को राजनगर एक्सटेंशन से लापता हुए कंस्ट्रक्शन कारोबारी की इनोवा क्रिस्टा कार मुजफ्फरनगर के तितावी से मिली थी। विक्रम की तलाश में एसटीएफ को भी लगाया गया है। मगर आज तक उनका सुराग नहीं मिल पाया है।

एसएचओ सिहानी गेट कृष्ण गोपाल शर्मा ने बताया कि दिल्ली के बुराड़ी में रहने वाले गोविद सिंह ने विक्रम के पिता को पांच जनवरी को इंटरनेट के जरिये काल की थी। कालर ने विक्रम का सुराग बताने के लिए तीन लाख रुपये की मांग की और फोन रख दिया। आरोपित ने वाट्सएप पर मैसेज कर कहा कि विक्रम का तीन लोगों ने अपहरण किया है। शुरुआत में थोड़ी मदद मैंने भी की थी। मैं अपने पाप का प्रायश्चित करना चाहता हूं। सिर में चोट के चलते विक्रम की याददाश्त जा चुकी है। आरोपित ने फेसबुक से उठाकर तीन व्यक्तियों की फोटो भी भेजी। आरोपित के बैंक खाते में 15 जनवरी को स्वजन ने 10 हजार रुपये भी डलवा दिए। एसएचओ ने बताया कि बैंक खाते से गोविद का पता खोजकर पुलिस ने 17 जनवरी को उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में गोविद ने बताया कि लाकडाउन में नौकरी जाने के कारण वह परेशान था। विक्रम की गुमशुदगी का पोस्टर देखा तो इससे उनके पिता का मोबाइल नंबर लेकर संपर्क किया।

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मामले को दबाने में जुटी पुलिस

मंदिर की घंटी चुराने वाले को गिरफ्तार कर फोटो व प्रेसनोट भेजने वाली गाजियाबाद पुलिस की विक्रम के मामले में काफी किरकिरी हो रही है। यही वजह है कि गोविद को गिरफ्तार कर गुपचुप तरीके से जेल भेज दिया। विक्रम के चाचा संजय त्यागी का कहना है कि पुलिस को इसकी जानकारी देनी चाहिए थी। पुलिस ने उसके खिलाफ रंगदारी मांगने की धारा में रिपोर्ट दर्ज की है।

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सात माह में एक भी सुराग न मिला

सात माह में गाजियाबाद पुलिस और एसटीएफ विक्रम के बारे में एक भी सुराग नहीं ढूंढ़ पाई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों की जेल में बंद 500 कुख्यात बदमाशों से पूछताछ के अलावा पुलिस अब तक 70 अज्ञात शवों का विक्रम से मिलान कर चुकी है। एसटीएफ ने मुजफ्फरनगर में एक पेट्रोल पंप से मिली सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से बदमाशों की फोटो और मुजफ्फरनगर में विक्रम की कार रोकने वाले पुलिसकर्मी के बताए अनुसार तैयार किया स्केच भी जारी किया। गाजियाबाद से मुजफ्फरनगर तक के रास्ते पर ड्रोन कैमरे से पुलिस ने विक्रम का सुराग तलाशने की कोशिश की, लेकिन आज तक विक्रम के बारे में कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

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