खोड़ा को 10 सेक्टरों में बांटकर मकानों को पहचान देने का काम शुरू
जागरण संवाददाता साहिबाबाद दैनिक जागरण का अभियान अपना मकान बिन पहचान रंग लाया है। मक
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :
दैनिक जागरण का अभियान 'अपना मकान बिन पहचान' रंग लाया है। मकानों का नंबर न होने से लाखों लोगों को हो रही असुविधा को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। इसके बाद खोड़ा नगर पालिका ने इस पर काम शुरू किया। रविवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह, साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुनील शर्मा व अन्य ने खोड़ा के मकानों को पहचान देने के कार्य का शुभारंभ किया। खोड़ा को 10 सेक्टरों में बांटा गया है। सबसे पहले एक आम नागरिक खोड़ा के शनि बाजार निवासी गोली कुमार के घर पर नंबर प्लेट लगाई गई। इसके बाद खोड़ा नगर पालिका परिषद की चेयरमैन रीना भाटी समेत सभी 38 सभासदों को उनके मकान की नंबर प्लेट दी गई। तीन माह के अंदर सभी मकानों को उनकी पहचान मिल जाएगी। मकान नंबर को गूगल मैप से भी अटैच करने के साथ सरकारी विभागों को भी भेजा जाएगा। तीन माह में सभी मकानों को मिलेगी उनकी पहचान : खोड़ा नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी केके भड़ाना ने बताया कि हाउस टैक्स वसूलने वाली रेनार्ड कारपो सन फर्म को खोड़ा के मकानों को नंबर देने का काम दिया गया है। यहां बनाए गए 10 सेक्टरों की गलियों का भी नंबर दिया गया है। हर गली के बाहर ही साइन बोर्ड पर उस गली के मकान नंबरों की संख्या भी लिखी जाएगी। मकानों पर लगी प्लेट पर मकान नंबर, गली नंबर, मोहल्ला और सेक्टर लिखा गया है। तीन माह के अंदर सभी 45046 मकानों पर नंबर प्लेट लग जाएगी। इन मकान नंबरों को गूगल मैप पर भी डाला जाएगा, जिससे लोग आसानी से खोड़ा में किसी भी मकान तक पहुंच सकें। साथ ही नगर पालिका की ओर से टेलीकाम कंपनी, डाक समेत 45 विभागों को खोड़ा के मकान नंबरों की लिस्ट भी भेजी जाएगी। इससे पत्राचार में आसानी होगी। खोड़ा के लिए रहा ऐतिहासिक का दिन :
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि यह खोड़ा के विकास में नया कदम है। यह ऐतिहासिक दिन है। खोड़ा को एशिया की सबसे बड़ी अवैध कालोनी व अपराध के अड्डे के रूप में जाना जाता था। लेकिन अब खोड़ा का विकास हो रहा है। लोग खुद को सम्मानित महसूस कर रहे हैं। नंबर प्लेट लगाने के लिए लोगों को दो सौ रुपये देने होंगे। इसपर उन्होंने कहा कि किसी भी शहर का तभी विकास होता है जब उसमें वहां के नागरिक शामिल होते हैं।