सुनिए वित्तमंत्री जी...कोरोना काल के संकट से उबारने वाला हो आगामी बजट
जागरण संवाददाता गाजियाबाद आगामी आम बजट को लेकर व्यापारियों को सरकार से खास उम्मीदें है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: आगामी आम बजट को लेकर व्यापारियों को सरकार से खास उम्मीदें हैं। इनका कहना है कि आगामी बजट कोरोना काल के संकट से उबारने वाला हो। वर्ष 2020 में कोरोना महामारी को लेकर लागू लाकडाउन ने निम्न, मध्यम से लेकर उच्च वर्ग की कमर तोड़ दी है। इससे सभी के व्यापार व राजगार बेपटरी है। यही वजह है कि आम आदमी से लेकर खास तक को इस बजट से काफी अपेक्षाएं हैं। आगामी बजट आम आदमी के लिए कल्याणकारी हो और संकट से उबारने वाला हो। सरकार अपना खजाना भरने की जगह लोगों के लिए खजाने का मुंह खोले और आम आदमी को यह बजट राहत देने वाला हो। वर्जन..
कोरोना काल ने पिछले वर्ष हर वर्ग की कमर तोड़कर रख दी है। इस संकट से लोग आज तक नहीं उबर पाए हैं। ऐसे में आम आदमी की सरकार से काफी अपेक्षाएं हैं। वह बजट को लेकर सरकार से उम्मीद लगाए बैठा है। आगामी बजट हर वर्ग को राहत देने वाला हो। सरकार को बड़ा दिल दिखाते हुए आम आदमी के लिए सरकारी खजाने का द्वार खोल देना चाहिए।
-अभिषेक गर्ग, व्यापारी कोरोना काल में लागू लाकडाउन के दौरान सभी व्यापार बेपटरी हो गए हैं। बड़ी संख्या में लोगों की नौकरी और रोजगार खो दिए हैं। ऐसे में आम आदमी को सरकार से राहत की उम्मीद है। सरकार को कोरोना काल को ध्यान में रखते हुए आम आदमी के बारे में सोचना चाहिए। आगामी बजट में सरकार हर स्तर पर सब्सिडी के खजाने खोले और लोगों को संकट से उबारे।
-गौरव गर्ग, व्यापारी
कोरोना काल में सबसे अधिक नुकसान छोटे व मझले व्यापारियों का हुआ है। इस संकटकाल ने इनकी कमर तोड़ कर रख दी है। व्यापार पूरी चौपट हो चुके हैं और इनके पास कोई रास्ता नहीं बचा है। सरकार को इन्हें ध्यान में रखते हुए राहत वाला बजट पेश करना चाहिए, ताकि छोटे व्यापारियों का व्यापार सुचारू हो सके और उन्हें इस संकट के दौर से बाहर निकाला जा सके।
-अशोक चावला, व्यापारी
कोरोना काल के कारण समाज के हर वर्ग को नुकसान हुआ है। इस नुकसान से उबारने के लिए हमारी अपेक्षा है कि वित्तमंत्री जी इस बार राहतभरा बजट पेश करेंगे। हमारी मांग है कि बजट का सरलीकरण हो। आयकर में छूट मिले। आयकर में छूट की सीमा बढ़ाने से व्यापारियों के साथ ही आम आदमी को भी लाभ मिलेगा और पूरे समाज को राहत मिलेगी।
-गोपीचंद, व्यापारी