पेयजल समेत कई समस्याओं से जूझ रहे हैं औद्योगिक क्षेत्र
जागरण संवाददाता गाजियाबाद जिले के करीब डेढ़ दर्जन से अधिक औद्योगिक क्षेत्रों में पेयजल आपूि
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : जिले के करीब डेढ़ दर्जन से अधिक औद्योगिक क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति न होने से उद्यमी व कर्मचारी इस समस्या से जूझ रहे हैं। यहां 27 हजार से अधिक छोटे-बड़े उद्योगों में करीब सवा तीन लाख कामगार कार्यरत हैं। बदहाली की बात करें तो सड़कों में गड्ढे हैं, जिनमें इन दिनों बरसात का पानी भर रहा है। वहीं, आम दिनों में धूल उड़ने से यह वायु प्रदूषण फैलता है।
कहने को औद्योगिक क्षेत्रों से शहर के विकास का पहिया घूमता है, लेकिन जिले में ये क्षेत्र बदहाल हैं। उद्योग बंधु की बैठक में हर बार पेयजल व बदहाल सड़कों का मुद्दा उठाया जाता है, लेकिन हालात जस के तस बने हैं। फिलहाल बरसात के मौसम में सड़कों पर हुए गहरे गड्ढों में पानी लबालब है। उद्यमियों का कहना है कि वह नगर निगम को समय पर कर अदा करते हैं, लेकिन सुविधाओं के नाम पर अभी तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है। अधिकांश औद्योगिक क्षेत्रों में पेयजल पाइपलाइन नहीं बिछाई गई है। मौजूदा समय में औद्योगिक विकास में उद्योगों की प्यास एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है।
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उद्यमी संगठनों के जरिए कई बार पेयजल समस्या को लेकर उद्योग बंधु की बैठक व जनप्रतिनिधियों के समक्ष मांग उठाई है। इसके अलावा छोटे औद्योगिक प्लॉट पर काम कर रहे उद्यमियों ने फायर हाइड्रेंट की भी मांग की थी, ताकि आग लगने की घटना पर उस लाइन से आने वाले पानी में फैक्ट्री का पाइप जोड़कर आग पर काबू पाया जा सके। सड़कें भी बदहाल स्थिति में हैं।
- राजीव अरोड़ा, महासचिव, एसोसिएशन ऑफ मैन्युफैक्चरर्स बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र
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अधिकांश औद्योगिक क्षेत्रों में पेयजल की बहुत पुरानी समस्या है। इसके लिए शासन स्तर से निर्देश जारी हुए थे कि जब तक पेयजल पाइपलाइन नहीं डाली जाती, तब तक नगर निगम टैंकर से पानी की सप्लाई करेगा। उद्योग बंधु की बैठक में भी इस समस्या को लेकर मुद्दा उठ चुका है। संबंधित विभाग को समस्याओं से अवगत करा दिया जाता है।
- बीरेंद्र कुमार, उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र