गंगनहर के पानी से भी नहीं धुलता हरनंदी नदी का मैल
जागरण संवाददाता साहिबाबाद हरनंदी नदी गंदी होने की वजह से हर साल छठ पूजा पर उसमें ग
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : हरनंदी नदी गंदी होने की वजह से हर साल छठ पूजा पर उसमें गंगनहर का पानी छोड़ा जाता है। इसके बाद भी हरनंदी का मैल नहीं धुलता। लोगों को गंदे पानी में ही पूजा करनी पड़ती है। यदि सिस्टम और समाज हरनंदी की सफाई के लिए गंभीर हो जाए तो इसे साफ किया जा सकता है और साफ पानी में छठ पूजा कर सकते हैं। हरनंदी की सफाई के प्रति जागरूकता अभियान चलाने के लिए आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी और पूर्वांचल संगठन के लोग आगे आ रहे हैं।
ट्रांस हिडन में छठ पर्व मनाने वालों की संख्या लाखों में है। हरनंदी नदी पर छठ पूजा का सबसे बड़ा घाट है। लाखों लोग यहां पर पूजा करते हैं। हरनंदी का पानी इतना गंदा रहता है कि उसमें पैर रखने से भी लोग कतराते हैं। छठ पूजा से पहले नगर निगम के द्वारा हरनंदी से जलकुंभी की सफाई की जाती है। छठ पूजा पर हरनंदी में गंगनहर का पानी छोड़ा जाता है, जिससे हरनंदी का पानी साफ हो जाए। गंगनहर का पानी आने के बाद भी हरनंदी साफ नहीं होती है। पूजा करने के बाद लोगों को साफ पानी में स्नान करना पड़ता है। हरनंदी की सफाई के लिए अब पूर्वांचल संगठन के लोग आगे आए हैं। लोगों का कहना है कि अब वह अगले साल हरनंदी के साफ पानी में ही छठ पूजा करेंगे। इसके लिए वह आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों के साथ मिलकर हरनंदी को साफ रखने के प्रति जागरूकता अभियान चलाएंगे।
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हरनंदी की सफाई के लिए जनता को भी आगे आना होगा। हरनंदी को साफ रखने की जिम्मेदारी सभी की है। इसमें नाले का पानी आता है, इसे बंद किया जाना चाहिए।
- वीके मिश्रा, अध्यक्ष, भारत विकास परिषद वसुंधरा संस्कार
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हरनंदी नदी की प्रशासन ने कई बार फाइल में सफाई कर दी है लेकिन इसे साफ करने के लिए जमीन पर ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। हम हरनंदी को साफ कराने की मांग करते रहेंगे।
- मनोज कुमार, राष्ट्रीय सचिव, पूरबिया जनकल्याण परिषद