लंबी डगर पर भी प्रदूषण मुक्त होगा सफर

धनंजय वर्मा साहिबाबाद दिल्ली एनसीआर के साथ पूरे देश के लिए समस्या बनते जा रहे वायु प्रदूषण

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 07:58 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 07:58 PM (IST)
लंबी डगर पर भी प्रदूषण मुक्त होगा सफर
लंबी डगर पर भी प्रदूषण मुक्त होगा सफर

धनंजय वर्मा, साहिबाबाद : दिल्ली एनसीआर के साथ पूरे देश के लिए समस्या बनते जा रहे वायु प्रदूषण की काट उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) ने ढूंढनी शुरू कर दी है। रोडवेज ने अपनी सभी बसों को सीएनजी से चलाने की योजना तैयार कर ली है। गाजियाबाद से लेकर गोरखपुर और कुशीनगर तक एक हजार किलोमीटर तक की दूरी सीएनजी के माध्यम से तय की जा सकेगी। इसके लिए बसों में टाइप-चार के फाइबर सीएनजी सिलेंडर लगाए जाएंगे। सिलेंडर हल्के होने के कारण इनमें अधिक गैस आएगी। सीएनजी से चलने पर प्रदूषण कम होने के साथ ही सरकारी धन की भी बचत होगी।

यूपीएसआरटीसी की बसों में वर्तमान में टाइप-एक तकनीक के सिलेंडर लगे हैं। टाइप-एक का सिलेंडर स्टील का भारी भरकम होता है। एक बस में आठ-आठ सिलेंडर लगे हैं। एक बार सभी सिलेंडर फुल होने के बाद बस 300 से 500 किमी तक की दूरी तय करती है। ऐसे में गोरखपुर और अन्य लंबे रुट पर डीजल की बसों का ही प्रयोग किया जाता है। जिसेसे प्रदूषण फैलता है। अब इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आइजीएल) रोडवेज की बसों में टाइप-चार तकनीक का सिलेंडर प्रयोग करने जा रहा है। इस तकनीक में फाइबर के सिलेंडर लगाए जाएंगे, जिनका वजन स्टील सिलेंडर की तुलना में एक चौथाई से भी कम होगा। इन सिलेंडरों में सीएनजी फुल होने पर बसें एक बार में 12 सौ किलोमीटर की दूरी तय कर सकेंगी।

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कौशांबी से शुरू होगा ट्रायल :

आइजीएल की ओर से अगले माह कौशांबी बस डिपो की दो बसों में टाइप-चार तकनीक के सिलेंडर लगाकर संचालित किया जाएगा। इसके लिए आइजीएल और यूपीएसआरटीसी अधिकारियों के बीच बैठक हो चुकी है। ट्रायल सफल होने के बाद यूपीएसआरटीसी की 12 हजार बसों को फाइबर सिलेंडर लगाकर संचालित करने की योजना है। अधिकारियों के मुताबिक ट्रायल के दौरान इसका भी आकलन किया जाएगा कि एक बस में फाइबर सिलेंडर लगवाने का कितना खर्च आ रहा है।

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यह होगा फायदा :

- सीएनजी से बसों का संचालन होने से प्रदूषण नहीं होगा

- डीजल व पैसों की बचत होगी

- बार बार सीएनजी डलवाने में समय की बचत होगी

- एक बार गैस डलवाने पर पूर्वाचल तक बस आसानी से चली जाएगी

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बयान :

ट्रायल सफल होने पर अन्य बसों को को सीएनजी से संचालित करने की योजना है। इसका प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है। - एके सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक, गाजियाबाद, यूपीएसआरटीसी

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