संशोधित--पूरे देश को एक सूत्र में बांधना ही लक्ष्य: मोहन भागवत
जागरण संवाददाता गाजियाबाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को वसुंधरा स्थित एक कालेज में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच व अन्य कई प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने सभी को मिशन अखंड भारत के तहत काम करने को कहा। सरसंघचालक ने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की स्थापना देश के हिदुओं व मुस्लिमों को एकजुट करने के लिए हुई हैं। पूरे देश को एक सूत्र में बांधना ही अब हम सबका लक्ष्य है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को वसुंधरा स्थित एक कालेज में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच व अन्य कई प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने सभी को मिशन अखंड भारत के तहत काम करने को कहा। सरसंघचालक ने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की स्थापना देश के हिदुओं व मुस्लिमों को एकजुट करने के लिए हुई हैं। पूरे देश को एक सूत्र में बांधना ही अब हम सबका लक्ष्य है।
रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के तत्कालीन सलाहकार रहे डॉ.ख्वाजा इफ्तिखार अहमद की पुस्तक का विमोचन करने के बाद मोहन भागवत दिल्ली लौट गए थे। सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे वह वसुंधरा स्थित कालेज पहुंचे। सुबह 10 बजे पहली बैठक में उन्होंने राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के गोसेवा प्रकोष्ठ, सेवा प्रकोष्ठ, महिला प्रकोष्ठ, पर्यावरण व बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजकों की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच पिछले कुछ समय में बहुत अच्छा कार्य कर रहा है। अब समय है मिशन अखंड भारत के तहत पूरे देश को एक सूत्र में बांधने का। इसके लिए लोगों से जुड़ने के साथ ही त्याग भी करना होगा। जम्मू-कश्मीर व लद्दाख में मंच ने बेहतर काम किया है। अब इस पर और मेहनत से काम करने व युवाओं को राष्ट्रभक्ति से जोड़ने का समय है।
उन्होंने कहा कि कट्टरपंथियों को भी समझना होगा कि आपसी भाईचारे व शांति में ही सबका भला है। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को पूरे उत्साह के साथ 2021-22 में काम करने के निर्देश दिए। सरसंघचालक ने तीन तलाक, सीएए, एनआरसी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही पीओके की समस्या पर भी चर्चा की। बैठक में संघ के सह सरकार्यवाह डॉ.कृष्ण गोपाल, सह संपर्क प्रमुख रामलाल, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार, राष्ट्रीय संयोजक शाहिद अख्तर, अफजाल, गिरीश जुयाल समेत कुल 54 पदाधिकारी मौजूद थे।
शिक्षा की ओर कदम बढ़ाने का करें प्रयास: सरसंघचालक ने दोपहर बाद पदाधिकारियों के साथ दूसरी बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि समय के साथ मुस्लिम समाज को भी बदलना होगा। तीन तलाक जैसे मुद्दे तभी खत्म होंगे जब शिक्षा का स्तर बढ़ेगा। ऐसे में समाज के युवाओं को शिक्षा की ओर लेकर जाना होगा। उन्हें समझाना होगा कि वे इस देश के वासी हैं और उन्हें इसके विकास के लिए काम करना है। अखंड भारत का सपना तभी साकार होगा, जब सभी एक दिशा में कदम आगे बढ़ाएंगे। बैठक में सेवा प्रकोष्ठ के ठाकुर राजा सिंह, महिला प्रकोष्ठ की रेशमा, पर्यावरण प्रकोष्ठ के फारूख खान, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के शिराज कुरैशी, उलेमा प्रकोष्ठ के कोकब मुज्तबा व विशाल भारत संस्थान के राजीव समेत अन्य संयोजक मौजूद थे।