ये स्मार्ट सिटी है, यहां फुटपाथ पर राहगीर नहीं दुकानें चलती हैं

जासं गाजियाबाद सड़क हादसों में कमी आए इसके लिए फुटपाथ बनाए गए हैं ताकि राहगीरों को जान जोखिम में डालकर सड़क पर न चलना पड़े। वहीं जिले में शहर से लेकर देहात क्षेत्र में सड़क पर कब्जा हो गया है। इससे राहगीरों को परेशानी हो रही है। लगातार लोग नगर निगम और जीडीए के साथ ही संबंधित विभाग के अधिकारियों से शिकायत करते हैं लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। लगातार मिलती शिकायत के बाद दैनिक जागरण की टीम ने बृहस्पतिवार को कविनगर जोन में फुटपाथ की रियलिटी चेक की तो यहां ज्यादातर फुटपाथ पर कब्जा मिला। फुटपाथ पर राहगीर नहीं दुकानें चल रही थीं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 08:14 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 08:14 PM (IST)
ये स्मार्ट सिटी है, यहां फुटपाथ पर राहगीर नहीं दुकानें चलती हैं
ये स्मार्ट सिटी है, यहां फुटपाथ पर राहगीर नहीं दुकानें चलती हैं

जासं, गाजियाबाद: सड़क हादसों में कमी आए, इसके लिए फुटपाथ बनाए गए हैं, ताकि राहगीरों को जान जोखिम में डालकर सड़क पर न चलना पड़े। वहीं जिले में शहर से लेकर देहात क्षेत्र में सड़क पर कब्जा हो गया है। इससे राहगीरों को परेशानी हो रही है। लगातार लोग नगर निगम और जीडीए के साथ ही संबंधित विभाग के अधिकारियों से शिकायत करते हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। लगातार मिलती शिकायत के बाद दैनिक जागरण की टीम ने बृहस्पतिवार को कविनगर जोन में फुटपाथ की रियलिटी चेक की, तो यहां ज्यादातर फुटपाथ पर कब्जा मिला। फुटपाथ पर राहगीर नहीं, दुकानें चल रही थीं। कलक्ट्रेट के सामने से हापुड़ चुंगी तक कब्जामुक्त नहीं फुटपाथ: कलक्ट्रेट के पास फुटपाथ पर कब्जा कर दुकानें लगाई गई हैं। हापुड़ रोड किनारे बने फुटपाथ पर रोजाना वाहन पार्क किए जाते हैं। इससे पैदल चलने वाले लोगों को सड़क पर चलना पड़ता है। पीछे से आ रही तेज रफ्तार बसों, कारों से हादसे का डर लगा रहता है। राहगीर मजबूर हैं। वे जान जोखिम में डालकर सड़क पर चलते हैं। इस रोड पर कई बार कार और आटो की चपेट में आकर राहगीर जख्मी भी हो चुके हैं। हापुड़ चुंगी के पास फुटपाथ पर दुकान लगाई गई है। दुकान के साथ ही यहां पर चारपाई भी डाली गई है। ऐसे में फुटपाथ ही दुकानदार का घर बन गया है। राहगीरों को सड़क पर ही चलना पड़ता है। शास्त्रीनगर चौराहे के पास फुटपाथ पर बिक रहीं ईंट: शास्त्री नगर चौराहे के पास फुटपाथ पर कब्जा कर न केवल खान-पान के सामानों की दुकानें खोली गई हैं, बल्कि बिल्डिंग मैटेरियल का सामान भी फुटपाथ पर रखकर बेचा जाता है। यहां पर ईंट के चट्टे और रेत रखा रहता है। इससे फुटपाथ पर चलना तो दूर, चढ़ना भी मुश्किल होता है। परिचर्चा फुटपाथ पर कब्जा होने से सड़क पर चलना पड़ता है। नगर निगम और जिला प्रशासन को चाहिए कि सभी फुटपाथ कब्जामुक्त कराएं, ताकि पैदल चलने वालों को परेशानी न हो।

- अंकुश शर्मा, शास्त्री नगर।

फुटपाथ पर कब्जा है। इससे स्कूली बच्चों को भी फुटपाथ छोड़कर सड़क पर ही चलना पड़ता है। ऐसे में सर्वाधिक खतरा उनको है। इसके बावजूद फुटपाथ कब्जामुक्त नहीं कराए गए हैं।

-हिमांशी ठाकुर, शास्त्री नगर।

फुटपाथ हर हाल में कब्जामुक्त कराया जाना चाहिए। इससे सुबह और शाम के वक्त सैर करने वालों को परेशानी होती है।

- प्रवीन चौधरी, नेहरू नगर।

फुटपाथ को कब्जामुक्त कराने के लिए पूर्व में अभियान चलाए गए हैं। दोबारा अभियान चलाया जाएगा, ताकि सभी फुटपाथ कब्जामुक्त हो सकें।

- महेंद्र सिंह तंवर नगर आयुक्त।

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