नवजात व उसकी मां का निश्शुल्क किया उपचार
जासं साहिबाबाद गणेशपुरी में रहने वाली एक गर्भवती महिला ने श्रेया अस्पताल में बच्चे को जन्म दिय
जासं, साहिबाबाद: गणेशपुरी में रहने वाली एक गर्भवती महिला ने श्रेया अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया। लेकिन नवजात के जन्म के बाद मिली खुशियों का रास्ता परिवार की आर्थिक तंगी ने रोक लिया। आर्थिक तंगी के कारण अपनी नवजात संतान का उपचार कराने में परिवार असमर्थ दिखा। जिसके बाद अस्पताल के चिकित्सकों ने महिला और उसकी संतान का निश्शुल्क उपचार कर परिवार को खुशियां दी।
मूलरूप से झारखंड निवासी बेलदार ठकल शाह गणेशपुरी में रहते हैं। लॉकडाउन के बाद काम न मिलने की वजह से परिवार की आर्थिक हालत खराब है। इस दौरान गर्भावस्था से गुजर रहीं उनकी पत्नी चंदा देवी की अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें उपचार के लिए शालीमार गार्डन स्थित श्रेया अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में चिकित्सकों ने महिला की हालत को देखते ही तत्काल डिलीवरी कराए जाने की बात कही। लेकिन परिवार के पास इलाज के लिए रुपये नहीं थे। चिकित्सकों ने रुपये की व्यवस्था न होने के बाद भी महिला का उपचार किया। महिला ने बच्चे को जन्म दिया। अस्पताल की चिकित्साधिकारी डॉ. शिखा मलिक ने बताया कि नवजात बच्चे कि तबीयत ठीक न होने के कारण उसे वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। अस्पताल के मैनेजर एसपी तिवारी व हिमांशु खतनानी ने हॉस्पिटल संचालक डॉ. डीपी मिश्रा से बात कर महिला व बच्चे का निश्शुल्क उपचार किया। दोनों के पूरी तरह स्वस्थ होने पर उन्हें अब अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।