वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जोनों में बांटा जाएगा जिला

आशुतोष गुप्ता गाजियाबाद वायु प्रदूषण को कम करने के लिए जिले में अब अलग-अलग स्थानों पर प्रदूषण्

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Aug 2020 07:27 PM (IST) Updated:Tue, 25 Aug 2020 07:27 PM (IST)
वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जोनों में बांटा जाएगा जिला
वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जोनों में बांटा जाएगा जिला

आशुतोष गुप्ता, गाजियाबाद: वायु प्रदूषण को कम करने के लिए जिले में अब अलग-अलग स्थानों पर प्रदूषण के स्तर के हिसाब से योजना बनाई जाएगी। जहां प्रदूषण का स्तर अधिक होगा उस क्षेत्र को क्रिटिकल जोन में रखकर प्रदूषण से निपटा जाएगा। इसके तहत जिले को जोनों में बांटा जाएगा और जोन के हिसाब से प्रदूषण स्तर मापने के लिए यंत्रों की स्थापना की जाएगी। बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए प्रशासन ने योजना तैयार कर ली है। जल्द ही प्रदूषण के खात्मे के लिए विशेषज्ञों से सुझाव लेकर इस पर काम शुरू किया जाएगा। प्रशासन की मंशा है कि सर्दी की शुरुआत में बढ़ने वाले प्रदूषण की रोकथाम के लिए पहले से ही काम शुरू कर दिया जाए। इसको लेकर तैयारियां की जा रही है।

बता दें कि प्रदूषण के लिहाज से गाजियाबाद देश में आमतौर पर दूसरे नंबर पर रहता है। सर्दी की शुरुआत के साथ जिले में प्रदूषण के कारण धुंध जैसा वातावरण बन जाता है। इस स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन योजना तैयार कर रहा है। इसके तहत प्रशासन जिले को 20 से अधिक जोनों में बांटेगा। इन जोनों में प्रदूषण का स्तर मापने वाले यंत्र स्थापित किए जाएंगे। प्रदूषण के स्तर के हिसाब से जोनों को सामान्य, संवेदनशीन व अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखा जाएगा। जहां अधिक प्रदूषण होगा वहां के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की जाएगी और जहां प्रदूषण कम होगा वहां के लिए सामान्य कार्ययोजना रहेगी। विशेषज्ञों से लेकर इंजीनियरिग कॉलेजों से प्रदूषण से निपटने के लिए सुझाव लिए जा रहे हैं। सुझावों को कंपाइल करके प्रदूषण के खिलाफ जंग छेड़ी जाएगी। यह उठाए जाएंगे कदम

-अधिक प्रदूषण वाले क्षेत्रों में कुछ समय के लिए निर्माण कार्यो पर रोक लगाई जाएगी।

- फैक्ट्रियों में लकड़ी, गत्ते व अन्य प्रदूषण फैलाने वाले ईधन पर रोक लगेगी।

- जो फैक्ट्रियां अधिक प्रदूषण फैला रही हैं, उन्हें अस्थाई रूप से बंद कराया जाएगा।

- निर्माण कार्यो में प्रयोग होने वाली सामग्री को ढकवाया जाएगा और उस पर लगातार छिड़काव कराया जाएगा।

- प्रदूषण का स्तर बढ़ने पर सड़कों पर नगर निगम व अन्य निर्माण इकाईयों द्वारा छिड़काव कराया जाएगा।

- जिले में 10 वर्ष पुराने डीजल वाहनों को नोटिस के साथ सीज किया जाएगा।

- फैक्ट्रियों में प्रदूषण नियंत्रण यंत्र न होने पर फैक्ट्री मालिक पर जुर्माना लगाया जाएगा। वायु प्रदूषण से निपटने के लिए प्रशासन योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए जिले को जोन में बांटकर अलग-अलग क्षेत्रों के हिसाब से योजना तैयार की जाएगी। हमारा प्रयास है कि सर्दी शुरू होने से पहले ही वायु प्रदूषण पर काबू पा लिया जाए।

-अजय शंकर पांडेय, जिलाधिकारी

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