कोरोना काल में सर्जरी से कम हुईं डिलीवरी
मदन पांचाल गाजियाबाद कोरोना काल में यूं तो सेहत को लेकर हर व्यक्ति परेशान रहा लेकिन इ
मदन पांचाल, गाजियाबाद : कोरोना काल में यूं तो सेहत को लेकर हर व्यक्ति परेशान रहा लेकिन इस दौरान महिलाओं का जज्बा काबिले गौर है। बच्चे को जन्म देने के नाम पर गर्भवती महिलाएं पहली बार बहुत डरी हुईं थी। बच्चे की खातिर कोरोना की जांच कराकर जिला महिला अस्पताल में सुरक्षित प्रसव के लिए भर्ती होना पड़ा। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में पता चला है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल सर्जरी से कम डिलीवरी हुई हैं। अप्रैल 2019 से दिसंबर तक 4,868 डिलीवरी सर्जरी से हुईं और 4,732 महिलाओं की सामान्य डिलीवरी हुईं। इसी क्रम में मार्च में कोरोना संक्रमण का पहला केस जिले में मिलने के बाद सबसे अधिक समस्या गर्भवती महिलाओं को ही हुई। जिला महिला अस्पताल में ओपीडी और डिलीवरी जारी रही। कोरोना जांच कराने के बाद अप्रैल 2020 से लेकर दिसंबर तक कुल 3,273 डिलीवरी सर्जरी से हुईं हैं जबकि 3,601 महिलाओं की डिलीवरी सामान्य हुईं हैं। संक्रमित 52 महिलाओं की डिलीवरी भी सामान्य हुई है।
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गर्भवती महिलाओं का दो साल का विवरण
वर्ष ओपीडी सामान्य मेजर आपरेशन माइनर आपरेशन
2019 1,43,417 4,732 1,581 3,287
2020 4,9194 3,601 1,011 2,262
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222 गर्भवती महिलाएं हुईं संक्रमित
जिला महिला अस्पताल में ओपीडी एवं प्रसव कराने पहुंची कुल 21,102 महिलाओं की कोरोना जांच कराई गईं। इनमें 10,489 महिलाओं की एंटीजन जांच और 10,613 की आरटीपीसीआर जांच कराई गई। रिपोर्ट आने पर इनमें से केवल 222 गर्भवती महिलाएं संक्रमित पाई गईं। इनमें से 52 संक्रमित महिलाओं की डिलीवरी कोविड एल-2 और 3 अस्पतालों में कराई गईं। मां और बच्चा दोनों सुरक्षित एवं स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए। एक भी बच्चा संक्रमित नहीं हुआ।
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यह महिलाओं की बेहतर प्रतिरोधक क्षमता का ही कमाल है। कोरोना काल में महिलाओं का खान-पान और देखभाल अच्छी होने से सर्जरी से डिलीवरी कम हुई हैं। कोरोना संक्रमित होने वाली महिलाओं की संख्या भी पुरुषों के सापेक्ष कम है।
- डॉ. संगीता गोयल, सीएमएस जिला महिला अस्पताल