यूपी गेट पर अचानक बढ़ी हलचल, यूपी-दिल्ली पुलिस चौकन्नी
जागरण संवाददाता साहिबाबाद कृषि कानून विरोधियों द्वारा बृहस्पतिवार दोपहर में यूपी गेट
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : कृषि कानून विरोधियों द्वारा बृहस्पतिवार दोपहर में यूपी गेट से तंबू हटाए जाने की सूचना प्रसारित होते ही हलचल बढ़ गई। उत्तर प्रदेश और दिल्ली पुलिस अपनी-अपनी सीमाओं में मुस्तैद हो गई। इस बीच प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टर से दिल्ली पुलिस के बैरिकेड के ऊपर लगे कंटीले तारों को गिरा दिया।
दोपहर करीब एक बजे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत कुछ प्रदर्शनकारियों के साथ फ्लाईओवर के नीचे दिल्ली पुलिस के बैरिकेड के पास बने तंबू (मीडिया सेंटर) में पहुंचे। यहां पर करीब 20 मिनट हाईवोल्टेज ड्रामा चला। उन्होंने प्रदर्शनकारियों के साथ तंबू हटाने का दिखावा किया। इस दौरान जमकर नारेबाजी हुई। कुछ प्रदर्शनकारी दिल्ली पुलिस के बैरिकेड तक पहुंच गए। उसके ऊपर लगे कंटीले तारों को नीचे गिरा दिया। ट्रैक्टर सवार प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए।
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जारी किया बयान : भारतीय किसान यूनियन के ट्विटर हैंडल से दोपहर में एक ट्वीट की गई। उसमें लिखा गया कि 'किसान भाइयों यह अफवाह फैलाई जा रही है कि यूपी गेट (गाजीपुर बार्डर) खाली किया जा रहा है। यह पूर्णतया निराधार है, हम यह दिखा रहे हैं कि रास्ता किसानों ने नहीं दिल्ली पुलिस ने बंद किया है।' उसके थोड़ी देर बाद संगठन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बयान दिया कि यूपी गेट पर आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलन समाप्त करने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है। वहीं, संगठन के राष्ट्रीय प्रेस प्रभारी शमशेर राणा ने शाम को प्रेस विज्ञप्ति जारी किया। उन्होंने राकेश टिकैत के हवाले से लिखा कि दीपावली आ रही है। इसी बहाने से अपने टेंटों साफ सफाई कर रहे हैं। पर्दे बदल रहे हैं। उसका वीडियो बना कर सीमा छोड़ कर जाने की अफवाह उड़ाई जा रही है।
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मुस्तैद दिखी पुलिस : यूपी गेट पर कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था है। बृहस्पतिवार दोपहर को अचानक बढ़ी हलचल के बाद यहां पुलिस ने अपनी सतर्कता और बढ़ा दी। यूपी और दिल्ली की पुलिस अपनी-अपनी सीमाओं में मुस्तैद रही। खुफिया विभाग पल-पल की गतिविधियों पर नजर रख रही है। उसे उच्चाधिकारियों से साझा किया जा रहा है।
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नाममात्र के दिखे प्रदर्शनकारी : बृहस्पतिवार को यहां नाममात्र के दो-ढाई सौ प्रदर्शनकारी ही दिखे। मंच का संचालन हुआ। मंच पर आधा दर्जन वक्ता दिखे। उन्हें सुनने वालों की संख्या 15-20 रही। तंबू सूने पड़े रहे। दिल्ली जाने वाली सभी लेन बंद होने से वाहन चालक अन्य सीमाओं से गुजरे। जिससे उन्हें लंबा चक्कर काटना पड़ा। सीमाओं पर जाम से भी परेशान होना पड़ा।