अव्वल अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के हौसले हैं बुलंद

फोटो एसबीडी 54 - ट्रांस हिडन के तीन बच्चे रहे अव्वल जागरण संवाददाता साहिबाबाद सीबीए

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 07:32 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 07:32 PM (IST)
अव्वल अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के हौसले हैं बुलंद
अव्वल अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के हौसले हैं बुलंद

फोटो : एसबीडी 54

- ट्रांस हिडन के तीन बच्चे रहे अव्वल

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : सीबीएसई के दसवीं के परीक्षा परिणाम में ट्रांस हिडन के तीन बच्चे 99.8 अंक प्राप्त कर अव्वल रहे हैं। सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल की छात्रा रौनक गुप्ता का आइआइटी में दाखिला लेने का लक्ष्य है। वहीं, दिल्ली पब्लिक स्कूल के वंश रैना साफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं। दोनों छात्र-छात्रा सफलता का श्रेय अभिभावक, शिक्षक और मित्रों को देते हैं। वहीं डीपीएसजी वसुंधरा के शिक्षकों का कहना है कि उनके स्कूल के छात्र केतन श्रीवास्तव इंजीनियर बनना चाहते हैं।

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वंश रैना रोज करते थे पांच-छह घंटे पढ़ाई

दिल्ली पब्लिक स्कूल के छात्र वंश रैना ने कहा कि वह आनलाइन शिक्षा के स्थान पर आफलाइन शिक्षा को ज्यादा तवज्जो देते हैं। लेकिन कोरोना की वजह से उन्हें आनलाइन शिक्षा लेनी पड़ी। उनके अभिभावक व शिक्षकों ने बहुत सहयोग किया। कोई सवाल यदि समझ नहीं आता तो वह इंटरनेट का भी सहयोग लेते थे। वह इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उसपर ज्यादा समय बर्बाद नहीं करते हैं। इंटरनेट मीडिया से बहुत जानकारी हासिल होती है। लेकिन इसका सही इस्तेमाल जरूरी है। अभिभावकों ने कोचिग करने के लिए पूछा था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। वह किसी खेल में रुचि नहीं रखते हैं। वह नियमित व्यायाम करते हैं। उन्होंने कभी भी पढ़ाई को बोझ नहीं बनने दिया। अब वह 12वीं की परीक्षा में टाप करने की तैयारी शुरू करेंगे।

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पेंटिग का शौक रखती हैं रौनक गुप्ता

सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल की छात्रा रौनक गुप्ता ने कहा कि वह इंटरनेट मीडिया से दूरी बनाकर रखती हैं। उनके पिता समीर गुप्ता और माता आभा गुप्ता ने पढ़ाई को कभी उनके ऊपर थोपा नहीं है। माता-पिता ने उन्हें अव्वल अंक प्राप्त करने के लिए उत्साहित किया। कोरोना की वजह से आनलाइन शिक्षा प्राप्त की। ऐसे में शिक्षक और मित्रों ने कदम-कदम पर मार्गदर्शन किया। पढ़ने के लिए उन्होंने कभी समय या घंटे तय नहीं किए। वह केवल मन लगाकर पढ़ाई करती थीं। उन्हें पेंटिग करना बहुत पसंद है। स्कूल का स्टाफ उनकी पेंटिग की सराहना करता है। खाली समय में वह साइक्लिंग करती हैं। उनका पहला लक्ष्य है 12वीं कक्षा में सौ फीसद अंक प्राप्त करना। साथ में वह आइआइटी में दाखिला लेने की तैयारी करेंगी। स्कूल की प्रधानाचार्य मंजू राणा ने उनकी सफलता पर बधाई दी है।

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