बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण न करने पर 267 अस्पतालों को नोटिस जारी
जागरण संवाददाता गाजियाबाद कोरोना महामारी के बीच स्वास्थ्य विभाग ने बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण न करने वाले निजी अस्पतालों नर्सिंग होम व क्लीनिक पर कार्रवाई शुरू कर दी है। बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण न करने पर 267 अस्पताल व नर्सिंग होम के अलावा 650 निजी क्लीनिक को भी नोटिस जारी किए गए हैं।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: कोरोना महामारी के बीच स्वास्थ्य विभाग ने बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण न करने वाले निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम व क्लीनिक पर कार्रवाई शुरू कर दी है। बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण न करने पर 267 अस्पताल व नर्सिंग होम के अलावा 650 निजी क्लीनिक को भी नोटिस जारी किए गए हैं।
इस संबंध में सीएमओ ने आइएमए के अध्यक्ष, नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष, आइएमए वेस्ट के अध्यक्ष व आइएमए मोदीनगर शाखा के सचिव को नोटिस जारी करते हुए सभी निजी अस्पतालों से अगले दो दिन में प्रतिदिन निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट व इसके निस्तारण का ब्योरा मांगा है। नोटिस में लाग बुक की प्रतिलिपि भी मांगी गई है। इस नोटिस के बाद निजी अस्पतालों के संचालकों में खलबली मच गई है। दरअसल अनेक निजी अस्पतालों द्वारा इधर-उधर खाली पड़े भूखंडों पर बायोमेडिकल वेस्ट फेंक दिया जाता है। कई बार कोरोना वार्ड में उपयोग की गई पीपीई किट तक कूड़े के ढेर में मिली हैं।
सीएमओ ने निजी अस्पतालों को सीधे नोटिस भेजने के साथ ही आइएमए को भी इसकी प्रतिलिपि भेजी है। अब आइएमए के पदाधिकारी भी बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करेंगे। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी व जिलाधिकारी को भी नोटिस की प्रतिलिपि भेजी गई है। सिनर्जी वेस्ट मैनेजमेंट फर्म मेरठ को बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण का ठेका दिया गया है। कंपनी की कई गाड़ियां रोज निजी व सरकारी अस्पतालों में निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट को उठाकर ले जाती हैं। अनुमानित 20 टन बायोमेडिकल वेस्ट जिले में रोज निकलता हैं। कोरोनाकाल में यह बढ़कर 50 टन तक पहुंच गया है। वर्जन..
पर्यावरण संतुलन एवं जनसामान्य की सेहत के लिए बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण बेहद जरूरी है। निस्तारण के लिए कंपनी को अनुबंधित किया गया है। संज्ञान में आया है कि कई अस्पताल मानकों के अनुरूप बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण नहीं कर रहे हैं। 267 अस्पताल व नर्सिंग होम के अलावा 650 निजी क्लीनिक को भी नोटिस भेजा गया है। दो महीने का ब्योरा अगले दो दिन में मांगा गया है। लाग बुक से मिलान के बाद पता चलेगा कि अस्पताल प्रबंधन बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण को लेकर गंभीर हैं अथवा नहीं। लापरवाही मिलने पर अस्पतालों का पंजीकरण निरस्तीकरण की कार्रवाई पर विचार होगा।
- डा. भवतोष शंखधर, सीएमओ।