अनुशासनहीनता पर एसएसपी ने इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी को किया निलंबित

जागरण संवाददाता गाजियाबाद लोनी बार्डर क्षेत्र में 11 नवंबर को मुठभेड़ में सात गोहत्यारों को पैर में एक ही जगह गोली मारकर गिरफ्तार करने वाले पूर्व थाना प्रभारी राजेंद्र त्यागी को एसएसपी ने निलंबित कर दिया है। उन पर मुठभेड़ के बाद अनुशासनहीनता करने का आरोप है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Nov 2021 08:27 PM (IST) Updated:Tue, 16 Nov 2021 08:27 PM (IST)
अनुशासनहीनता पर एसएसपी ने इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी को किया निलंबित
अनुशासनहीनता पर एसएसपी ने इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी को किया निलंबित

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : लोनी बार्डर क्षेत्र में 11 नवंबर को मुठभेड़ में सात गोहत्यारों को पैर में एक ही जगह गोली मारकर गिरफ्तार करने वाले पूर्व थाना प्रभारी राजेंद्र त्यागी को एसएसपी ने निलंबित कर दिया है। उन पर मुठभेड़ के बाद अनुशासनहीनता करने का आरोप है। उन्होंने जीडी में तस्करा (एंट्री) दर्ज की। इस तस्करे को लीक कर वायरल किया और ट्रांसफर के बाद गैरहाजिर रहे। इस पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। एसएसपी का कहना है कि पूरे प्रकरण की सीओ लोनी जांच कर रहे हैं। उनकी जांच में यदि इंस्पेक्टर दोषी मिलते हैं, तो उन पर आगे भी विभागीय कार्रवाई हो सकती है। इंस्पेक्टर द्वारा जीडी में निजी बातों का तस्करा डालना पुलिस रेग्यूलेशन के खिलाफ है। कोई भी पुलिसकर्मी अपनी मर्जी के मुताबिक निजी बातें जीडी में नहीं लिख सकता है।

वरिष्ठ अधिकारी की नहीं सुनी: मुठभेड़ में पुलिस कार्रवाई पर इंटरनेट मीडिया पर किरकिरी होने के बाद एसएसपी ने राजेंद्र त्यागी को लोनी बार्डर थाना प्रभारी के पद से हटाकर इंदिरापुरम थाने का निरीक्षक अपराध बनाया था। उन्होंने लोनी बार्डर थाने के जीडी में तस्करा डालकर रवानगी तो कर ली, लेकिन ट्रांसफर के बाद नए पद पर ड्यूटी ज्वाइन नहीं की। वह लगातार गैरहाजिर बने रहे। उन्हें एक वरिष्ठ अधिकारी ने समझाया था और ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए भी बोला था, लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी और इंदिरापुरम थाने में आमद नहीं की। गैरहाजिर रहने पर एसएसपी ने यह कार्रवाई की है।

बिना जानकारी दिए कर ली घर के लिए रवानगी : इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी ने जीडी में डाले गए तस्करे में लिखा है कि मुठभेड़ की जांच कराए बगैर उनका ट्रांसफर कर देने से उनका मनोबल टूटा है। इस समय मैं नौकरी करने की स्थिति में नहीं हूं। अल्प समय में स्थानांतरण होने से मेरा मनोबल काफी टूट चुका है। इसलिए कुछ समय के लिए मुझे मानसिक परिस्थिति से रिकवर करने के लिए कार्यमुक्त करने की कृपा करें। जानकारों का कहना है कि अगर उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी तो उन्हें घर के बजाय अस्पताल के लिए अपनी रवानगी करनी थी। जीडी में तस्करा डालने के बजाय इंस्पेक्टर अपने उच्चाधिकारियों से मिलकर अपनी बात कहते तो बेहतर होता। उनका यह कदम भी अनुशासनहीनता में आता है।

वर्जन.. गैरहाजिर रहने और अनुशासनहीनता पर इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी को निलंबित किया गया है। 11 नवंबर को एनकाउंटर से लेकर अब तक हुए पूरे घटनाक्रम की जांच सीओ लोनी को सौंपी गई है। उनसे पूरे घटनाक्रम की बिदुवार रिपोर्ट मांगी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई पर विचार होगा।

-पवन कुमार, एसएसपी।

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