लापरवाही और बदइंतजामी का जाम घोल रहा हवा में जहर
आयुष गंगवार गाजियाबाद शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। इसकी बड़ी वजह शहर में जगह-जगह लगने वाला जाम भी है। रोजाना लाखों लीटर ईंधन बिना वाहन चले खप जाता है। डीजल और पेट्रोल के जलने से निकली जहरीली गैसें हवा में मिलकर वायु प्रदूषण को बढ़ा रही हैं। शहर में लोगों का सांस लेना दूभर हो रहा है। बदतर स्थिति के बावजूद यातायात पुलिस और प्रशासन मौन हैं। कई जगहों पर बदइंतजामी से जाम लगता है जिन्हें दूर किया जा सकता है।
आयुष गंगवार, गाजियाबाद: शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। इसकी बड़ी वजह शहर में जगह-जगह लगने वाला जाम भी है। रोजाना लाखों लीटर ईंधन बिना वाहन चले खप जाता है। डीजल और पेट्रोल के जलने से निकली जहरीली गैसें हवा में मिलकर वायु प्रदूषण को बढ़ा रही हैं। शहर में लोगों का सांस लेना दूभर हो रहा है। बदतर स्थिति के बावजूद यातायात पुलिस और प्रशासन मौन हैं। कई जगहों पर बदइंतजामी से जाम लगता है, जिन्हें दूर किया जा सकता है। गोशाला अंडरपास: विजयनगर जाने के इस रास्ते पर चार पहिया वाहनों की प्रवेश बंद कर यहां जाम से बचा जा सकता है। ये वाहन न्यू लिक रोड और सिद्धार्थ विहार कट से गुजारे जा सकते हैं। हापुड़ मोड़: सेठ मुकुंदलाल इंटर कालेज से एमएमजी अस्पताल जाने वाले बड़े वाहनों के लिए लेफ्ट फ्री टर्न बनाकर बड़े आटो और बसों को ठाकुरद्वारा फ्लाईओवर से भेजने पर यहां जाम से निजात मिल सकती है। अंबेडकर रोड: सड़क पर अतिक्रमण और अवैध पार्किंग पर शिकंजा कसा जाए तो यहां भी यातायात सुचारू हो सकता है। इसी तरह रमते राम रोड पर भी जाम से निजात मिल सकती है। घंटाघर: चौराहा बंद करने से राहत मिली है, लेकिन अतिक्रमण और ठाकुरद्वारा फ्लाईओवर कट से गलत दिशा से वाहनों के टर्न लेने से जाम अभी भी लगता है। कार्रवाई करने से समस्या का समाधान हो सकता है। मेरठ तिराहा: रैपिड रेल के निर्माण कार्य से यहां जाम लगता है। न्यू लिक रोड पर सिद्धार्थ विहार से मेरठ की ओर जाने वाले वाहन हिडन रिवर मेट्रो स्टेशन के पास यू-टर्न से भेजे जाएं। इसी तरह मेरठ से दिल्ली जाने वाले वाहनों को भी नया बस अड्डा मेट्रो स्टेशन के पास यू-टर्न से भेजा जाए। विजयनगर बाइपास: एनएच-9 से विजयनगर थाना जाने वाले मार्ग पर करीब दो माह से पुलिया का निर्माण चल रहा है। दोनों लेन के वाहन एक ही लेन से गुजरने से जाम लगता है। इससे एनएच-9 का यातायात भी प्रभावित होता है। निर्माण जल्द पूरा करने से यह समस्या सुलझ सकती है। वर्जन.. प्रदूषण और समस्या के लिए प्रशासन खुद जिम्मेदार है। दो महीने से विजयनगर में पुलिया निर्माण के लिए सड़क पर गड्ढा कर रखा है। 4-5 दिन में होने वाला काम अब तक नहीं हो सका है।
-अमित सुंदरियाल, लाजपतनगर।
यातायात प्रबंधन की कोई योजना ही शहर में नहीं दिखती। न अतिक्रमण पर कोई ध्यान देता है और न पार्किंग के इंतजाम किए जाते हैं। विभागों में तालमेल न होने से समस्याएं बढ़ रही हैं।
-सौरभ सिसौदिया, रमते राम रोड।
कई स्थान पर निर्माण के कारण समस्या हो रही है। अवैध पार्किंग और अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाएंगे। बाकी बिदुओं पर विचार कर यातायात को सुचारू करेंगे।
-रामानंद कुशवाहा, एसपी ट्रैफिक।