लगातार हो रहे हादसों से भी सबक नहीं ले सोसायटी निवासी
जागरण संवाददाता गाजियाबाद जिले की बहुमंजिला इमारतों से लगातर नीचे गिरने से बच्चों की मौत हो रही हैं। लगातार हो रही इन घटनाओं से सोसायटी निवासी सबक नहीं ले रहे हैं। बहुमंजिला फ्लैटों पर छोटी-सी सावधानी हादसों से बचा सकती है। यदि बहुमंजिला इमारतों पर सुरक्षा जाली लगाई जाए या ग्रिल की ऊंचाई बढ़ाई जाए तो इस तरह की घटनाओं पर काबू पाया जा सकता है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : जिले की बहुमंजिला इमारतों से लगातर नीचे गिरने से बच्चों की मौत हो रही हैं। लगातार हो रही इन घटनाओं से सोसायटी निवासी सबक नहीं ले रहे हैं। बहुमंजिला फ्लैटों पर छोटी-सी सावधानी हादसों से बचा सकती है। यदि बहुमंजिला इमारतों पर सुरक्षा जाली लगाई जाए या ग्रिल की ऊंचाई बढ़ाई जाए तो इस तरह की घटनाओं पर काबू पाया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश अपार्टमेंट एक्ट 2010 के मुताबिक, बहुमंजिला इमारतों में बालकनी की ग्रिल कम से कम चार फिट ऊंचाई वाली होनी चाहिए। एक्ट के मुताबिक फ्लैट में रहने वाले व्यक्ति इस की ऊंचाई को बढ़ा सकते हैं और जाली लगा सकते हैं। पूर्व में आरडब्ल्यूए फेडरेशन और एओए फेडरेशन द्वारा सुरक्षा की ²ष्टि से एक एडवाइजरी भी जारी की जा चुकी है, लेकिन इसका पालन निवासियों द्वारा नहीं किया गया। खासकर जिस फ्लैट में छोटे बच्चे हों, वहां लोगों को सुरक्षा मानकों पर अधिक ध्यान देना चाहिए। बाक्स..
ये बरती जा सकती है सुरक्षा
-बालकनी में ग्रिल से से सटाकर कुर्सी, टेबल, स्टूल, सोफा या अन्य फर्नीचर न रखें।
-घर में छोटे बच्चे होने पर बालकनी की ग्रिल की ऊंचाई को बढ़वा लें।
-ग्रिल से लगाकर जाल लगवाएं, ताकि बच्चे नीचे की तरफ न झांक सकें।
-नशे की हालत में ग्रिल से सटकर खड़े न हों और नीचे की तरफ न झांकें।
-यदि जाल लगाना संभव न हो, तो ग्रिल के बाहर कपड़े की जाली लगा दें।
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बहुमंजिला इमारतों में सुरक्षा के उपाय निवासियों को स्वयं करने चाहिए। फेडरेशन ने इस संबंध में पूर्व में एडवाइजरी भी जारी की थी। बच्चों की सुरक्षा के भी उपाय लोगों को स्वयं करने चाहिए।
-कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी, अध्यक्ष आरडब्ल्युए फेडरेशन।