लोन माफिया लक्ष्य तंवर के घाटालों की जांच के लिए एसआइटी गठित
जासं गाजियाबाद लोन माफिया लक्ष्य तंवर द्वारा फर्जी लोन दिलाने के एवज में किए गए करीब 200 करोड़ रुपये से अधिक घोटालों के मामले की जांच के लिए एसएसपी पवन कुमार की मंजूरी के बाद एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल ने एसआइटी का गठन कर दिया है। इस एसआइटी में एक निरीक्षक व तीन उपनिरीक्षक तैनात किए गए हैं।
जासं, गाजियाबाद : लोन माफिया लक्ष्य तंवर द्वारा फर्जी लोन दिलाने के एवज में किए गए करीब 200 करोड़ रुपये से अधिक घोटालों के मामले की जांच के लिए एसएसपी पवन कुमार की मंजूरी के बाद एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल ने एसआइटी का गठन कर दिया है। इस एसआइटी में एक निरीक्षक व तीन उपनिरीक्षक तैनात किए गए हैं।
एसआइटी की मानिटरिग एसपी सिटी स्वयं करेंगे। एसआइटी की जांच में लक्ष्य तंवर के करीब 15 मामले स्थानांतरित किए गए हैं। जल्द ही अन्य मामले भी ट्रांसफर किए जाएंगे। एसआइटी नगर कोतवाली में बैठकर प्रकरण की जांच करेगी। वहीं लक्ष्य तंवर की नामी-बेनामी और चल-अचल संपत्ति को भी पुलिस जल्द कुर्क करेगी। इसके लिए पुलिस ने गैंगस्टर अधिनियम की धारा 14 (क) के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस नगर निगम व जीडीए के माध्यम से लक्ष्य तंवर की संपत्ति की जानकारी जुटा रही है। इसके साथ ही उसके बैंक खातों की जानकारी भी की जा रही है। बैंक खातों की जानकारी मिलते ही उन्हें सीज किया जाएगा।
बता दें कि लक्ष्य तंवर अब से करीब 11 साल पहले अखबार बांटने का काम करता था। उसका पिता कपड़ों पर इस्त्री करता था। वर्ष 2012 से उसने बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेजों व संपत्ति पर लोन दिलाने का खेल शुरू किया। अंदेशा है कि अब तक वह 200 करोड़ रुपये से अधिक का लोन घोटाला कर चुका है। पूर्व में पुलिस ने लक्ष्य तंवर व उसके पिता समेत कई आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वर्तमान में वह जेल में बंद है। पुलिस उस पर पूर्व में गैंगस्टर की कार्रवाई कर चुकी है और वह 60 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल में है।