कोहरा का पहरा: किसी की बैक लाइट तो किसी का इंडिकेटर नहीं जलता
जागरण संवाददाता गाजियाबाद सर्दियों में कोहरे के कारण हादसों की संख्या बढ़ जाती है। को
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: सर्दियों में कोहरे के कारण हादसों की संख्या बढ़ जाती है। कोहरे में कम हुई दृश्यता के बीच लापरवाही वाहन चालकों को भारी पड़ती है। किसी वाहन की बैक लाइट तो किसी का इंडिकेटर नहीं जलता। कुछ वाहनों की बैक लाइट और इंडिकेटर खराब होता हैं तो कई लोग इंडिकेटर का प्रयोग ही नहीं करते। ऐसे वाहन ही हादसे का कारण बनते हैं।
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कदम-कदम पर घूम रहे वाहन दैनिक जागरण की टीम ने कोहरे के पहरे के बीच शुक्रवार रात को सड़कों का जायजा लिया तो हर मुख्य मार्ग पर ऐसे वाहन मिले, जो कोहरे में नजदीक से भी नहीं दिखेंगे। सबसे पहले दैनिक जागरण की टीम लालकुआं पहुंची और यहां से चौधरी मोड़ तक दर्जनों वाहन ऐसे मिले, जो कोहरे में पीछे चल रहे वाहन के चालक के लिए हादसे का सबब बन सकते थे। इसके बाद टीम जीटी रोड पर मेरठ तिराहा पहुंची और यहां से राजेंद्रनगर तक गई और फिर लौटकर मेरठ तिराहा से राजनगर एक्सटेंशन चौराहा तक का जायजा लिया। हर 100 मीटर पर ऐसे वाहन गुजरते मिले, जिनकी न तो पीछे की लाइट जल रही थी और न ही इन पर रिफ्लेक्टर टेप लगी थी, जो कोहरे में भी दूर से ही दिख जाती है। इन वाहनों में आटो से लेकर ई-रिक्शा, कार, ट्रक, पिकअप वाहन और बड़े-बड़े ट्रेलर भी शामिल थे, जो अक्सर बड़े हादसों का कारण बनते हैं।
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ओवरलोड वाहनों पर नहीं शिकंजा दैनिक जागरण के रियलिटी चेक में शहर भर में दर्जनों ट्रक व ट्रेलर मिले, जो ओवरलोड थे। इन वाहनों पर लपेटी तिरपाल से बैक लाइट भी ढक गई थी। ओवरलोड वाहनों से कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन इन पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा है। साथ ही सैकड़ों वाहनों की नंबर प्लेट भी आधी-अधूरी थी। हैरान करने वाली बात थी कि अधिकांश जगहों पर पुलिसकर्मी नहीं मिले। कुछ प्वाइंट पर तैनात पुलिसकर्मी ऐसे वाहनों को रोक भी नहीं रहे थे।
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लोग बैक लाइट और इंडिकेटर ठीक करा लें, क्योंकि इस पर चालान का प्रविधान है। अब ऐसे वाहनों पर कार्रवाई करेंगे।
- रामानंद कुशवाहा, एसपी ट्रैफिक