पीएम सुरक्षित मातृत्व अभियान को झटका, 18 महिलाओं की मौत दर्ज
मदन पांचाल गाजियाबाद अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं के बीच केंद्र सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री सु
मदन पांचाल, गाजियाबाद: अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं के बीच केंद्र सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए)को जिले में बड़ा झटका लगा है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार विगत पांच महीने के भीतर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में प्रसव के दौरान अथवा बाद में 18 मातृ मृत्यु दर्ज की गई हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत मातृ मृत्यु समीक्षा के दौरान इस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया गया है। एनएचएम के नोडल अधिकारी डा. विश्राम सिंह ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि लोनी में पांच, भोजपुर में पांच, मुरादनगर में चार, डासना में तीन और शहरी क्षेत्र में तीन महिलाओं की मौत दर्ज की गई हैं। संबंधित पीएचसी और सीएचसी प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। दरअसल क्षेत्र में एक-एक गर्भवती महिला की सेहत की निगरानी करने की जिम्मेदारी उक्त प्रभारियों की है। गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए संचालित इस अभियान के तहत लाभार्थियों को हर महीने की नौवीं तारीख को प्रसव पूर्व देखभाल सेवाओं (जांच और दवाओं सहित) का न्यूनतम पैकेज प्रदान किया जाता है।
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चालू वर्ष का विवरण
- संभावित गर्भवती महिलाएं 96,457
- संभावित प्रसव 42,488
- सरकारी अस्पतालों में हुए प्रसव 6,151
- निजी अस्पतालों में हुए प्रसव 28,886
- संभावित मातृ मृत्यु 101
- गंभीर रूप से खून की कमी वाली गर्भवती महिलाओं की संख्या 1,227