शिप्रा सनसिटी में टीकाकरण के लिए 45 सौ रुपये में खरीदी थी कोरोनारोधी टीके की तीन वायल

धनंजय वर्मा साहिबाबाद कोरोना के मुश्किल समय में बड़ी चालाकी से कालाबाजारी की जा रही है

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 09:09 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 09:09 PM (IST)
शिप्रा सनसिटी में टीकाकरण के लिए 45 सौ रुपये में खरीदी थी कोरोनारोधी टीके की तीन वायल
शिप्रा सनसिटी में टीकाकरण के लिए 45 सौ रुपये में खरीदी थी कोरोनारोधी टीके की तीन वायल

धनंजय वर्मा, साहिबाबाद :

कोरोना के मुश्किल समय में बड़ी चालाकी से कालाबाजारी की जा रही है। शनिवार को इंदिरापुरम के शिप्रा सनसिटी में एक व्यक्ति ने कोल्ड बाक्स में कोरोना टीके की तीन वायल लाकर 45 सौ रुपये में अजय को दी थी, जिसे इंदिरापुरम पुलिस ने पकड़ा था। टीका लाने वाला व्यक्ति अजय से मोबाइल से अपना नंबर डिलीट कर बोला था कि न तुम मुझे जानते हो न मैं तुम्हें। वायल की कुल तीस में से 22 डोज लोगों को सात-सात सौ रुपये में लगाई गई। बची हुई डोज पुलिस ने मकनपुर स्वास्थ्य केंद्र पर दे दी। यदि पुलिस टीके की डोज लाने वाले शख्स को पकड़ पाएगी तभी मामले का पर्दाफाश हो पाएगा। अन्यथा मामला अनसुलझा रहेगा।

टीका लगाने के लिए महिला एएनएम को बुलाया था :

अजय एक निजी कंपनी में लैब टेक्निशियन है। उसे टीका लगाना नहीं आता है। स्वास्थ्य विभाग में संविदा एएनएम अंतरिक्ष सिंह के मुताबिक अजय ने उनसे अपनी गर्भवती पत्नी का इलाज कराया था, जिससे वह उन्हें जानती थीं। अजय ने उनसे कहा था कि वह उन्हें एक टीका लगाने का दो सौ रुपये देगा। कुछ ऐसे बुजुर्ग हैं, जो केंद्र तक टीका लगाने नहीं आ सकते हैं। घर पर टीका लगने से बुजुर्गो की मदद हो जाएगी। ऐसे में अंतरिक्ष टीका लगाने के लिए तैयार हो गई। अजय के बुलाने पर शनिवार सुबह उन्होंने शिप्रा सनसिटी के एक कोटेज में 22 लोगों को टीका लगाया। कोटेज में लोगों को पहले से बुलाया हुआ था। टीका लगाने के बाद उन्हें व अजय को पुलिस ने पकड़ लिया था। अंतरिक्ष का कहना है कि उन्हें नहीं पता था कि टीका कहां से लाया जा रहा है। उन्होंने मदद की भावना से टीका लगाने के लिए हामी भरी थी। अजय को टीका बेचने वाले को नहीं पकड़ पाई पुलिस :

अंतरिक्ष के मुताबिक शिप्रा सनसिटी में जब वह पहुंची तो अजय ने एक व्यक्ति से टीके लाने के लिए फोन किया। वह व्यक्ति कोल्ड बाक्स में टीके की तीन वायल लाकर दिया। पहले वह दो हजार रुपये में टीके की एक वायल लाकर दे रहा था। बाद में अजय के कहने पर 45 सौ रुपये में टीके की तीन वायल दी। इसके बाद टीका देने वाले ने अजय का मोबाइल लेकर अपना नंबर डिलीट कर दिया। इंदिरापुरम थाना पुलिस उस आरोपित की तलाश में है, लेकिन 36 घंटे बाद भी कोरोनारोधी टीका बेचने वाले का पता नहीं लगा सकी है। यदि टीका बेचने वाला आरोपित नहीं पकड़ा जाता तो कालाबाजारी के खेल का राजफाश नहीं होगा। इस संबंध में इंदिरापुरम थाना प्रभारी निरीक्षक संजीव शर्मा ने कहा कि जांच की जा रही है।

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