न्यायिक तहसीलदार से ठनी, हड़ताल पर अधिवक्ता
जासं मोदीनगर एक-दूजे पर अभद्रता करने का आरोप लगाकर शुक्रवार को अधिवक्ता और न्यायिक तहसीलदार देवेंद्र मिश्रा आमने-सामने आ गए। दोनों में खूब नोकझोंक हुई। इसके बाद अधिवक्ता बेमियादी हड़ताल पर चले। अधिवक्ताओं ने न्यायिक तहसीलदार की कार्यशैली में बदलाव नहीं होने तक हड़ताल खत्म करने से साफ इन्कार कर दिया।
जासं, मोदीनगर : एक-दूजे पर अभद्रता करने का आरोप लगाकर शुक्रवार को अधिवक्ता और न्यायिक तहसीलदार देवेंद्र मिश्रा आमने-सामने आ गए। दोनों में खूब नोकझोंक हुई। इसके बाद अधिवक्ता बेमियादी हड़ताल पर चले। अधिवक्ताओं ने न्यायिक तहसीलदार की कार्यशैली में बदलाव नहीं होने तक हड़ताल खत्म करने से साफ इन्कार कर दिया।
शुक्रवार को न्यायिक तहसीलदार देवेंद्र मिश्रा कोर्ट में बैठकर मुकदमे सुन रहे थे। कुछ वादी व प्रतिवादी भी वहां मौजूद थे। इस दौरान बार एसोसिएशन मोदीनगर के अध्यक्ष श्रीओम त्यागी, वरिष्ठ अधिवक्ता अमरदीप नेहरा, अनिल चौधरी भी वहां पहुंच गए। वकीलों ने गर्मी का हवाला देकर कोर्ट में छत का पंखा चालू कराने की बात कही। वकीलों ने तहसीलदार से यह भी कहा कि कोरोना महामारी चल रही है, इसलिए बारी-बारी से सबको बुलाकर मुकदमों की सुनवाई हो। इस पर तहसीलदार भी भड़क गए। इससे नाराज अधिवक्ता नारेबाजी करते हुए बाहर आ गए और कोर्ट के बहिष्कार का निर्णय लिया।
अधिवक्ताओं ने इस मामले में एसडीएम आदित्य प्रजापति से भी शिकायत की व न्यायिक तहसीलदार पर अभद्रता का आरोप लगाया। नाराज अधिवक्ताओं ने निर्णय लिया कि वे तब तक न्यायिक तहसीलदार की कोर्ट में नहीं जाएंगे, जब तक उनकी कार्यशैली में बदलाव नहीं होगा। राजकुमार गुप्ता, नकुल त्यागी, संजय मुदगल, रामकुमार चौधरी, रणबीर, अरविद आदि मौजूद थे। उधर, इस संबंध में न्यायिक तहसीलदार देवेंद्र मिश्रा का कहना है कि अधिवक्ताओं ने उनसे अभद्रता की है। इस मामले में एसडीएम से उनकी बात हो गई है। वहीं एसडीएम आदित्य प्रजापति का कहना है कि दोनों पक्षों से बात कर समस्या का समाधान निकाला जाएगा।