एक को बचाने के चक्कर में तो नहीं गिरे दोनों

जागरण संवाददाता गाजियाबाद प्रतीक ग्रांड कार्नेसिया सोसायटी की 25वीं मंजिल से संदिग्ध परिस्थितियों में गिरकर हुई जुड़वा किशोरों की मौत के बाद किशोरों के स्वजन ने पूरी तरह से चुप्पी साध ली है। हादसा रात एक बजे के करीब हुआ है। जुड़वा किशोरों के एक साथ नीचे गिरने की घटना पुलिस और सोसायटी के लोगों के गले नहीं उतर पा रही है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 09:43 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 09:43 PM (IST)
एक को बचाने के चक्कर में तो नहीं गिरे दोनों
एक को बचाने के चक्कर में तो नहीं गिरे दोनों

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : प्रतीक ग्रांड कार्नेसिया सोसायटी की 25वीं मंजिल से संदिग्ध परिस्थितियों में गिरकर हुई जुड़वा किशोरों की मौत के बाद किशोरों के स्वजन ने पूरी तरह से चुप्पी साध ली है। हादसा रात एक बजे के करीब हुआ है। जुड़वा किशोरों के एक साथ नीचे गिरने की घटना पुलिस और सोसायटी के लोगों के गले नहीं उतर पा रही है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। चार माह पूर्व ही आया था परिवार : सोसायटी के लोगों का कहना है कि परिवार सोसायटी के सी-5 टावर में 25वीं मंजिल पर रह रहा था। यह परिवार चार माह पूर्व ही सोसायटी में आया था। परिवार का अभी अधिक लोगों से परिचय भी नहीं हो पाया था। पढ़ाई में होशियार थे दोनों भाई : सत्य नारायण और सूर्य नारायण सिद्धार्थ विहार स्थित डीपीएस सिद्धार्थ विहार में नौंवी कक्षा के छात्र थे। सोसायटी निवासियों के मुताबिक दोनों भाई पढ़ाई में होशियार थे और मिलनसार थे। रात में ही दोनों बेटों की मौत की सूचना स्वजन ने पिता टीएस पलानी मदुराई को दी। ऐसे में वह रविवार तड़के हवाई जहाज से वापस लौट आए।

बाक्स..

पूर्व में हुए हादसे

-कविनगर थाना क्षेत्र के गौड़ होम्स में कुत्ते को बचाने के चक्कर में नौवीं मंजिल से नीचे गिरकर बच्ची और कुत्ते की मौत।

-विजयनगर थाना क्षेत्र की सोसायटी से नीचे गिरकर बच्ची की मौत।

-नंदग्राम थाना क्षेत्र के राजनगर एक्सटेंशन में सोसायटी से नीचे गिरकर बच्चे की मौत।

-इंदिरापुरम थाना क्षेत्र की एक सोसायटी से नीचे गिरकर बच्चे की मौत।

बाक्स..

सवाल, जो बने हैं यक्ष प्रश्न

-दोनों बच्चों की लंबाई करीब पांच फीट थी और ग्रिल की ऊंचाई करीब चार फीट, ऐसे में बच्चे नीचे या ऊपर आराम से देख सकते थे। ऐसे में उन्हें कुर्सी पर स्टूल रखकर चढ़ने की क्या जरुरत पड़ी?

-रात को एक बजे अचानक उन्हें चांद देखने की क्या जिद अड़ी और इतना लेट व बालकनी में चांद देखने के लिए क्यों आए?

-आखिर ऐसा क्या हुआ कि दोनों बच्चे एक साथ नीचे गिरे। घटना के समय बालकनी में क्या स्थिति बनी होगी?

-यदि बच्चे खतरनाक आनलाइन गेम पबजी खेल रहे थे तो उसमें ऐसा क्या हुआ कि बच्चों को कुर्सी पर स्टूल रखकर चढ़ने की जरूरत पड़ी?

chat bot
आपका साथी