एक्सइएन को भारी पड़ सकती है लापरवाही
जागरण संवाददाता मुरादनगर जर्जर बिजली की लाइन टूटकर गिरने से हो रहे हादसों के मामले में मुरादनगर के बिजली विभाग के एक्सइएन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पिछले दिनों हुए हादसे के मामले में जारी हुए नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं देने पर एक्सइएन की कार्यशैली को लेकर एसडीएम ने डीएम को पत्र लिखा है।
जागरण संवाददाता, मुरादनगर: जर्जर बिजली की लाइन टूटकर गिरने से हो रहे हादसों के मामले में मुरादनगर के बिजली विभाग के एक्सइएन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पिछले दिनों हुए हादसे के मामले में जारी हुए नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं देने पर एक्सइएन की कार्यशैली को लेकर एसडीएम ने डीएम को पत्र लिखा है।
बताया गया कि पांच अगस्त को सैंथली गांव निवासी राकेश मलिक नगर तिराहे पर समोसा खा रहे थे। इसी दौरान बिजली की लाइन टूटकर गिर गई। उसकी चपेट में आकर राकेश की मौके पर ही मौत हो गई। मामले में ग्रामीणों ने हंगामा किया था। मौके पर पहुंचे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने बामुश्किल ग्रामीणों को समझाया और शांत किया। ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया। इस मामले में एसडीएम ने घटना को लेकर मुरादनगर एक्सइएन ब्रहमानंद को नोटिस जारी किया और इसका कारण पूछा।
ईमेल के जरिये एक्सइएन ने जवाब भेजा। इसमें दावा किया कि खंभे में वाहन की टक्कर लगने से तार टूटकर गिरा, जिससे यह हादसा हुआ। जबकि जिस खंभे से तार टूटकर गिरा, उसकी स्थिति पूरी तरह सही थी। हादसा जर्जर लाइन से ही हुआ। इसी के चलते एसडीएम ने पुलिस के स्तर से हादसे के कारण की जांच कराने के लिए पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखा है। घटना की वजह की तीसरे विभाग से जांच रिपोर्ट आने पर एक्सइएन की मुश्किलें बढ़ना तय माना जा रहा है। जानकारी मिली है कि पुलिस ने भी अपनी जांच में पाया है कि जर्जर लाइन के कारण ही हादसा हुआ। खंभे से किसी वाहन की टक्कर नहीं हुई। जल्द ही रिपोर्ट एसडीएम को भेजने की जांच अधिकारी तैयारी कर रहे हैं।
एसडीएम ने इसको लेकर डीएम को भी पत्र लिखा है। इसमें एक्सइएन के स्तर से लापरवाही की बात कही गई है। ध्यान रहे कि दो दिन पहले फ्रेंड्स कालोनी में भी लाइन टूटकर गिर गई थी। इसमें कुत्ते की मौत हो गई थी। जुलाई माह में युवक की तार की चपेट में आकर झुलस गया था। बिजली विभाग की यह स्थिति तब है, जब प्रशासनिक अधिकारियों के स्तर से अधिकारियों को लगातार पत्र लिखकर जर्जर तारों को दुरूस्त कराने के लिए कहा जा रहा है। इस बारे में एसडीएम आदित्य प्रजापति का कहना है कि जर्जर तार से हादसा होने पर बिजली विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।