समाधान दिवस को गंभीरता से नहीं ले रहे अधिकारी
जागरण संवाददातामोदीनगर सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं को लेकर भी अफसर व कर्मचारी गंभी
जागरण संवाददाता,मोदीनगर: सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं को लेकर भी अफसर व कर्मचारी गंभीर नहीं हैं। इसका उदाहरण समाधान दिवस में देखने को मिल रहा है। शासन द्वारा समाधान दिवस में मौजूद रहकर समस्याओं के समाधान कराने के आदेश अफसरों को दिए गए हैं लेकिन शनिवार को मोदीनगर, मुरादनगर, भोजपुर, निवाड़ी कोई भी प्रशासनिक अधिकारी समाधान दिवस में नहीं पहुंचा। पुलिस को छोड़कर दूसरे विभागों के अफसर व कर्मचारियों ने भी समाधान दिवस में रूचि नहीं दिखाई। इसी का नतीजा रहा कि फरियादियों ने भी समाधान दिवस में शिकायत दर्ज कराने की जरूरत नहीं समझी। मोदीनगर थाने में एसएचओ मुनेंद्र सिंह लोगों की शिकायत सुनने के लिए मौजूद रहे। इस दौरान दो शिकायतें आईं, जिनका समाधान कराया गया। निवाड़ी में थाना प्रभारी मनोज कुमार शिकायत सुनने के लिए मौजूद रहे। प्रशासन व अन्य किसी भी विभाग का कोई अफसर व कर्मचारी वहां नहीं पहुंचा था। वहां एक भी शिकायत किसी ने दर्ज नहीं कराई। भोजपुर में थाना प्रभारी मुनेश सिंह शिकायत सुनने के लिए मौजूद रहे। इस दौरान एक भी शिकायत नहीं आई। थाना प्रभारी व अन्य पुलिसकर्मी चार घंटे तक समाधान दिवस में बैठे रहे। उधर, मुरादनगर में दो शिकायतें आईं, वहां एएसपी आकाश पटेल, थाना प्रभारी सतीश कुमार ने शिकायत सुनी। वहां भी प्रशासन व अन्य किसी विभाग का कोई अफसर व कर्मचारी नहीं पहुंचा था। मुरादनगर थाने में अपनी शिकायत लेकर पहुंचे विकास यादव ने बताया कि समाधान दिवस दिखावा बनकर रह गए हैं। पुलिस के अलावा दूसरे किसी भी विभाग के अफसर व कर्मचारी इसमें नहीं पहुंचते। जमीन संबंधी मामले की शिकायत लेकर मुरादनगर थाने पहुंचे मुरारीलाल ने बताया कि जमीन के मामलों का निस्तारण प्रशासनिक अधिकारी करते हैं। पुलिस के पास शिकायत लेकर गया, लेकिन उन्होंने प्रशासन पर मामला टाल दिया। समाधान दिवस में आने का कोई फायदा नहीं मिला।