जाम की समस्या से निजात दिलाने को नहीं टूट रही सिस्टम की नींद
बस अड्डे के निकट सड़क के दोनों तरफ फैले अतिक्रमण को हटाने के लिए कोई कोशिश नहीं की जा रही है।
जागरण संवाददाता, मोदीनगर : बस अड्डे के निकट सड़क के दोनों तरफ फैले अतिक्रमण को हटाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया और एनसीआरटीसी ने रैपिड रेल निर्माण के लिए जगह पर कब्जा लेकर काम शुरू कर दिया है। इससे सड़क पर वाहनों के निकलने के लिए जगह कम रह गई है। यही वजह है कि हाईवे पर पिछले एक सप्ताह से भयंकर जाम लग रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बस अड्डे के आगे रैपिड रेल निर्माण कार्य शुरू हुआ तो जाम की स्थिति और ज्यादा विकराल हो जाएगी। गुरुवार को भी दिन निकलते ही हाईवे पर जाम लग गया। गाजियाबाद से मेरठ की ओर लोगों को गुरूद्वारा रोड से लेकर सिखैड़ा रोड तक, जबकि मेरठ से गाजियाबाद की ओर लोगों को बस अड्डे से लेकर गंदे नाले तक जाम झेलना पड़ा। ध्यान रहे कि जाम की यह स्थिति हाईवे पर तब बन रही है, जब पिछले छह माह से ट्रैफिक का दबाव हाईवे पर आधे से भी कम रह गया है। अधिकतर लोग दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे से गुजरने लगे हैं।
व्यापार मंडल मोदीनगर के शहर अध्यक्ष महेश तायल का कहना है कि ट्रैफिक का दबाव कम होने के बावजूद जाम की यह स्थिति पुलिस-प्रशासन की लापरवाही की वजह से हो रही है। जाम के कारण न सिर्फ लोगों का समय, पैसा बर्बाद हो रहा है, बल्कि इससे प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है। इसका राहगीरों के साथ स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। एसडीएम शुभांगी शुक्ला का कहना है कि जाम को लेकर गंभीरता बरती जा रही है। यातायात, एनसीआरटीसी, नगरपालिका, व्यापारी समेत तमाम विभागों की बैठक बुलाई जाएगी। इसमें जाम से निपटने को लेकर प्रभावी योजना बनाई जाएगी।