दीवाली से पहले चले मिल तो किसानों को मिले राहत

जागरण संवाददातामोदीनगर मिल का पेराई सत्र इस बार दीवाली के बाद शुरू होगा। ऐसे में किसान

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 06:46 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 06:46 PM (IST)
दीवाली से पहले चले मिल तो किसानों को मिले राहत
दीवाली से पहले चले मिल तो किसानों को मिले राहत

जागरण संवाददाता,मोदीनगर: मिल का पेराई सत्र इस बार दीवाली के बाद शुरू होगा। ऐसे में किसानों का एक तबका मिल का संचालन दीवाली से पहले शुरू कराने की मांग कर रहा है। उनका कहना है कि पेराई सत्र शुरू होने में देरी से गेहूं की बुआई में भी देरी होगी। उधर, मिल प्रबंधन का दावा है कि 50 से ज्यादा गांवों के रकबे में बारिश का पानी भरने से गन्ने की छिलाई नहीं हो पाएगी। इसी के चलते पेराई सत्र दीवाली के बाद शुरू कराने का निर्णय लिया गया है। मोदी शुगर मिल का पेराई सत्र पिछले कई सालों से अक्टूबर माह में ही शुरू हो जाता था। इससे किसान गन्ने की अगेती फसल को समय से काटकर नवंबर माह के अंत तक खेत खाली आराम से कर देते थे और वे गेहूं की फसल की बुआई भी कर देते थे। लेकिन इस बार मिल का संचालन दीवाली के बाद शुरू करने का निर्णय लिया गया। ऐसे में दिसंबर माह तक खेत खाली होंगे। जो गेहूं की बुआई के लिए देरी हो जाएगी। किसानों की मांग है कि जहां जहां पर पानी नहीं भरा है, वहां क्रय केंद्र खोलकर पेराई सत्र शुरू कराया जाए, जिससे उनका नुकसान होने से बच सके। जहां पर पानी भरा हुआ है, उनके यहां बाद में क्रय केंद्र पर गन्ने की खरीद हो जाएगी। इस बारे में मिल के महाप्रबंधक पीआर डीडी कौशिक का कहना है कि पूरा गन्ना मिल को नहीं मिलने से पेराई का काम सही तरीके से नहीं चल सकेगा। सितंबर की बारिश का पानी खेतों में सूखा नहीं था और इस माह में भी दो दिन बारिश हुई, जिससे खेतों में फिर पानी भर गया। किसानों की राय और सुविधा को देखते हुए ही पेराई सत्र देरी से शुरू करने का निर्णय लिया गया है।

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