संशोधित--- लापता नवजात देर रात सकुशल बरामद, किन्नर सहित कई हिरासत में

जागरण संवाददातामुरादनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) से शनिवार तड़के लापता हुए नवजात को शनिवार देर रात पुलिस ने सकुशल ढूंढ निकाला। मामले में पुलिस किन्नरों समेत अन्य कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जानकारी मिली है कि आरोपितों ने बच्चे का किसी बेऔलाद धनाढ्य से बेचने के लिए सौदा कर दिया था। मामले में सीएचसी में तैनात रहे के पूर्व चिकित्साधिकारी की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Aug 2021 12:14 AM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 12:14 AM (IST)
संशोधित--- लापता नवजात देर रात सकुशल बरामद, किन्नर सहित कई हिरासत में
संशोधित--- लापता नवजात देर रात सकुशल बरामद, किन्नर सहित कई हिरासत में

जागरण संवाददाता,मुरादनगर: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) से शनिवार तड़के लापता हुए नवजात को शनिवार देर रात पुलिस ने सकुशल ढूंढ निकाला। मामले में पुलिस किन्नरों समेत अन्य कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जानकारी मिली है कि आरोपितों ने बच्चे का किसी बेऔलाद धनाढ्य से बेचने के लिए सौदा कर दिया था। मामले में सीएचसी में तैनात रहे के पूर्व चिकित्साधिकारी की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।

सुराना गांव निवासी संदीप कुमार ने अपनी गभर्वती पत्नी मीनू को चार दिन पहले सीएचसी में भर्ती कराया था। 25 अगस्त को मीनू को आपरेशन से बेटा पैदा हुआ। तभी से वह अस्पताल में भर्ती है। शुक्रवार रात जच्चा, बच्चा व संदीप की मां वार्ड में सो रही थीं। उस वार्ड में कई अन्य महिलाएं भी भर्ती थीं। शनिवार तड़के करीब तीन बजे के आसपास बच्चे को उसकी मां व दादी ने देखा था। वह बेड पर दोनों के बीच में सो रहा था। इसके थोड़ी देर बाद उनकी आंख खुली तो बच्चा गायब था। ये देख सास व बहू के पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने इसकी सूचना ड्यूटी पर तैनात स्टाफ को दी। सुबह सात बजे तक उन्होंने अस्पताल परिसर से लेकर आसपास में बच्चे को ढूंढा, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। इसकी सूचना पर सुराना गांव से बड़ी तादाद में लोग अस्पताल पहुंच गए और हंगामा करते हुए दिल्ली-मेरठ हाईवे जाम कर दिया।

मुरादनगर विधायक अजीतपाल त्यागी, मुरादनगर ब्लाक प्रमुख राजीव त्यागी, जिला पंचायत सदस्य मीनू यादव के पति विकास यादव समेत तमाम लोग ग्रामीणों के बीच पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की। एसपी देहात डा.इरज राजा, सीओ केएन पांडेय, एसडीएम आदित्य प्रजापति आदि अधिकारी वहां पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाया, लेकिन ग्रामीण राजी नहीं हुए। उधर, हाईवे पर दोनों तरफ करीब तीन से चार किलोमीटर लंबा जाम लग गया। करीब दो बजे अधिकारी ग्रामीणों को समझाने में कामयाब रहे। ग्रामीण सड़क से तो उठ गए, लेकिन अस्पताल में उनका धरना शुरू हो गया। उनकी जिद थी कि जब तक बच्चा नहीं मिलेगा, धरना जारी रहेगा। मामले में बच्चे के पिता संदीप की तहरीर पर पुलिस ने सीएचसी प्रभारी डा.दिनेश युमंत, डा.अनुज, मनोज कुमार पांडेय, सचिन कुमार, सरिता चोपड़ा, संतोष शर्मा, रोहताश समेत चार अज्ञात के खिलाफ अपहरण की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की। रात करीब 11 बजे मिली कामयाबी : रात करीब 11 बजे के आसपास पुलिस नवजात को ढूंढने में कामयाब रही। पुलिस ने इस मामले में दो किन्नरों समेत अन्य लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी ले लिया। जानकारी मिल रही थी कि किन्नरों ने नवजात का किसी बेऔलाद धनाढ्य व्यक्ति को सौदा कर दिया था। आरोप है कि यह पूरा काम अस्पताल के एक पूर्व चिकित्साधिकारी के इशारे पर किया गया था। सीएमओ ने किया सस्पेंड : सीएमओ ने इस मामले में चौकीदार रोहताश, आया संतोष, वार्ड ब्याय मनोज कुमार पांडेय को सस्पेंड कर दिया। डीएम स्तर से जांच समिति का गठन किया गया। इस मामले की जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया। इसमें कई अधिकारियों पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है। इस बारे में सीओ केएन पांडेय ने बताया कि नवजात सकुशल बरामद हो गया है। आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद ही सही स्थिति स्पष्ट होगी।

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