गैंगस्टर की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या

संवाद सहयोगी मोदीनगर कोतवाली क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर में शनिवार रात मोबाइल टावर परिसर में बैठे गैंगस्टर मनोज की बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। करीब 10 गोलियां उन्हें लगी। गोलियों की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर आ गए। वहां देखा तो मनोज मृत अवस्था में थे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Sep 2021 11:15 PM (IST) Updated:Sat, 04 Sep 2021 11:15 PM (IST)
गैंगस्टर की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या
गैंगस्टर की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या

संवाद सहयोगी, मोदीनगर : कोतवाली क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर में शनिवार रात मोबाइल टावर परिसर में बैठे गैंगस्टर मनोज की बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। करीब 10 गोलियां उन्हें लगी। गोलियों की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर आ गए। वहां देखा तो मनोज मृत अवस्था में थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। खबर लिखे जाने तक कोई तहरीर पुलिस को नहीं मिली है। हालांकि, शुरुआती जांच में पुरानी रंजिश को लेकर ही घटना को अन्जाम देने की बात सामने आ रही है।

शाहजहांपुर गांव निवासी मनोज राठी उर्फ गुड्डू पुत्र बलबीर सिंह किसान थे। घर में पत्नी पूनम व दो बच्चे रितिक व आरती हैं। मनोज अक्सर गांव में स्थित मोबाइल टावर परिसर में अपने साथियों के साथ बैठते थे। शनिवार रात भी वे अपने दोस्तों के साथ वहां बैठे थे। इस बीच रात करीब आठ बजे दो बाइक पर सवार चार बदमाश वहां आए और ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। अपनी जान बचाकर मनोज पीछे लगी बैरिकेडिग को तोड़कर भागने लगे, लेकिन बदमाश वहां पहुंच गए। जमीन पर गिराकर ताबड़तोड़ कई गोलियां उन्हें मारी। इससे मौके पर उनकी मौत हो गई। इस बीच उनके दोस्तों ने खेतों में भागकर अपनी जान बचाई। इसके बाद आरोपित ताबड़तोड़ हवाई फायर करते हुए वहां से फरार हो गए।

उधर, गोलियां की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तो देखा कि मनोज का शव लहूलुहान पड़ा था। सूचना पर सीओ सुनील कुमार, एसएचओ मुनेंद्र सिंह के अलावा फारेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची। जरूरी साक्ष्य जुटाकर जांच के लिए भेज दिया गया। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। शातिर आरोपित था मनोज : मनोज राठी शातिर अपराधी रहा है। पुलिस के अनुसार, 2003 में उसने गांव में ही गुल्लू की हत्या की थी। इस मामले में वह जेल गया था। इसके बाद 2008 में परतापुर के पास ट्रक लूट में मनोज शामिल रहा। इस घटना का परतापुर पुलिस ने पर्दाफाश कर मनोज को जेल भेजा। वहीं वर्ष 2009 में हापुड़ पुलिस की आंखों में मिर्ची डालकर कस्टडी के आरोपित पर जानलेवा हमला किया था। हाल ही में 2018 में भी गांव में हुई कर्मबीर की हत्या के मामले में भी मनोज जेल गया था। सालभर पहले ही वह जेल से बाहर आया है। इसके बाद पुलिस ने मनोज पर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। बता दें कि मनोज पांच भाइयों में तीसरा था। बड़े भाई राजकुमार की भी हत्या की गई थी। दूसरे नंबर पर बब्बल मोदीनगर में रहते हैं। तीसरे मनोज, चौथे रविद्र उर्फ बिदो की भी मौत हो चुकी है। सबसे छोटा जितेंद्र उर्फ मोनी भी खेती करते हैं। पांच भाइयों में केवल अब बब्बल व जितेंद्र ही जीवित हैं। वर्जन..

घटनास्थल से आवश्यक साक्ष्य जुटाने के साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अभी हत्या का कारण स्पष्ट नहीं है। अभी कोई तहरीर पुलिस को नहीं मिली है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।

-सुनील कुमार, सीओ, मोदीनगर।

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