शिवरात्रि नजदीक, बढ़ रही कांवड़ियों की संख्या
-छह की शाम और सात अगस्त को होना है जलाभिषेक -फोटो नं.- 28मोदी-2 जागरण संवाददातामोदीन
-छह की शाम और सात अगस्त को होना है जलाभिषेक
-फोटो नं.- 28मोदी-2
जागरण संवाददाता,मोदीनगर:
शिवरात्रि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, हाईवे और गंगनहर पटरी मार्ग पर कांवड़ियों की संख्या भी बढ़ने लगी है। बीते दो दिन से गंगोत्री व गोमुख से गंगाजल लाने वाले कांवड़िये भी आने शुरू हो गए हैं। कांवड़ियों की मानें तो जो कांवडि़ये शांतिपूर्ण तरीके से गंगाजल ला रहे हैं, उनको पुलिस-प्रशासन न तो बार्डर पर परेशान कर रहा है और न ही रास्ते में उनको कहीं रोका जा रहा है। हालांकि, इस बार शिविर आयोजित करने की प्रशासन ने शिवभक्तों को अनुमति नहीं दी है। जिससे कांवड़ियों को रात्रि विश्राम, खाने-पीने, स्नान, शौच आदि की दिक्कत हो रही है। आबादी क्षेत्र में कांवड़िये ऐसी जगह ठहरते हैं, जहां पर उनको जंगली जीव-जंतुओं से कोई खतरा न हो। होटल आदि जगहों पर ठहरने और खाने-पीने में कांवड़ियों का ज्यादा खर्च होता है। इसलिए वे ऐसी जगहों पर आराम कर रहे हैं, जहां छत मिल जाए या फिर सरकारी भवन हो। फरीदाबाद की बल्लभगढ़ तहसील के नंगला जोगियान गांव निवासी विनोद कुमार पाबंदी के बावजूद इस बार भी गोमुख से गंगाजल लेकर आए हैं। विनोद मंगलवार की रात को मोदीनगर से गुजरे। उन्होंने बताया कि 25 जून को उन्होंने गंगाजल उठाया था। छह की शाम व सात अगस्त को जलाभिषेक है। रास्ते में उनको किसी ने नहीं रोका। विनोद ने रात्रि में सोने, खाने, पीने, शौच व सुरक्षा को लेकर समस्या बताई। -अफसरों की चुनौती बढ़ी:
इस बार सरकार कांवड़ यात्रा पर पूरी तरह पाबंदी लगाई हुई है। बावजूद इसके कांवड़ियों की संख्या में इजाफा होता देख पुलिस प्रशासनिक अफसरों की चुनौती भी बढ़ गई है। हाईवे और गंगनहर पटरी मार्ग पर ट्रैफिक यथावत चल रहा है। ऐसे में हादसे होने की भी पूरी पूरी संभावना बनी हुई है। प्रशासन को समझ नहीं आ रहा है कि ऐसी स्थिति में वे क्या निर्णय लें। इस बारे में एसडीएम मोदीनगर आदित्य प्रजापति का कहना है कि कांवड़ियों से अपील है कि वे सुरक्षित रहें। सड़क किनारे चलें। इसके अलावा यातायात और स्थानीय पुलिस को भी हाईवे पर गश्त बढ़ाकर इसकी निगरानी करने के लिए अधिकारियों से बात हुई है। इसको लेकर लगातार गंभीरता बरती जा रही है।