गुब्बारों से सजे स्कूल में फूल से बच्चों का स्वागत

जागरण संवाददाता गाजियाबाद जिलेभर के निजी और परिषदीय विद्यालयों में एक साल बाद सोमवार से पह

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 07:56 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 07:56 PM (IST)
गुब्बारों से सजे स्कूल में फूल से बच्चों का स्वागत
गुब्बारों से सजे स्कूल में फूल से बच्चों का स्वागत

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : जिलेभर के निजी और परिषदीय विद्यालयों में एक साल बाद सोमवार से पहली से पांच तक की कक्षाएं चलीं। बच्चों के स्वागत में विद्यालयों को फूलों और गुब्बारों से सजाया गया। करीब एक साल बाद स्कूल पहुंचे तो फूल बरसाकर टीका लगाकर बच्चों का स्वागत किया गया। विद्यालयों में बच्चों की संख्या उम्मीद से ज्यादा रही। हालांकि ट्रांस हिडन सहित जिले के निजी विद्यालयों में बच्चों की संख्या कम ही थी।

प्राथमिक विद्यालय नवीपुर की शिक्षिका आवृति अग्रवाल ने बताया कि करीब एक साल बाद बच्चों के लिए स्कूल खुले तो इस दिन को ज्ञानोत्सव के रूप की तरह मनाया गया। साफ सफाई के साथ स्कूल को गुब्बारों से सजाया और बच्चे का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। शासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा गया। वहीं, प्राथमिक विद्यालय कविनगर, प्राथमिक विद्यालय शरीफाबाद रजापुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय रजापुर आदि में बच्चों का खास स्वागत हुआ। सभी विद्यालयों में मास्क लगाकर सैनिटाइजेशन के बाद ही बच्चों को कक्षाओं में प्रवेश दिया गया। शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए कक्षाओं में बच्चों को बैठाया गया। बच्चे अपने दोस्तों और शिक्षकों से इतने दिन बाद मिले तो काफी उत्साहित दिखे। गाजियाबाद पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या डॉ. भावना यादव ने कहा कि स्कूल में बच्चों की संख्या उम्मीद से ज्यादा रही है।

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एक बच्चे को महीने में चार दिन आना होगा स्कूल

शासन द्वारा जारी गाइडलाइन के हिसाब से एक कक्षा के 50 फीसद बच्चों को ही विद्यालयों में बुलाया जाएगा। सोमवार व बृहस्पतिवार को कक्षा एक और पांच के 50-50 फीसद बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा। वहीं मंगलवार और शुक्रवार को दो से चार तक की कक्षा के बच्चे स्कूल आएंगे। इसके अलावा कक्षा तीन के बच्चे बुधवार व शनिवार को स्कूल बुलाए जाएंगे। पर्याप्त शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए विद्यालयों में सभी बच्चों को एक साथ नहीं बुलाया जा रहा है। निजी और परिषदीय सभी विद्यालयों को इस नियम का पालन करना होगा। साथ ही आनलाइन कक्षाओं का संचालन जारी रहेगा। जो बच्चे स्कूल में कक्षा नहीं लेना चाहते, वह आनलाइन कक्षाएं ले सकते हैं।

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निजी विद्यालयों में बच्चों की संख्या भले ही कम रही हो, लेकिन परिषदीय विद्यालयों में तो बच्चों की संख्या काफी ज्यादा रही। ज्यादातर सभी बच्चे स्कूल आए। बच्चों को प्रेरित करने के लिए सभी विद्यालयों में बच्चों का स्वागत कर खास तौर पर इस दिन को मनाया गया। गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराया गया है। आगे भी विद्यालयों में गाइडलाइन के पालन को लेकर औचक निरीक्षण कराया जाएगा। किसी भी विद्यालय में लापरवाही मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

- बृजभूषण चौधरी, बेसिक शिक्षा अधिकारी

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