दस हजार लोगों की कोरोना जांच के बाद काम में जुटे हैं सर्वेश

जागरण संवाददातागाजियाबाद कोरोना का खौफ बेशक दुनिया भर में हो लेकिन जिला एमएमजी अस्पताल

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Aug 2020 06:46 PM (IST) Updated:Sat, 15 Aug 2020 06:46 PM (IST)
दस हजार लोगों की कोरोना जांच के बाद काम में जुटे हैं सर्वेश
दस हजार लोगों की कोरोना जांच के बाद काम में जुटे हैं सर्वेश

जागरण संवाददाता,गाजियाबाद: कोरोना का खौफ बेशक दुनिया भर में हो, लेकिन जिला एमएमजी अस्पताल में एक युवा लैब टेक्नीशियन ऐसा भी है जो कोरोना से निडर होकर पांच महीने से कोरोना की जांच कर रहा है। दस हजार लोगों की कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने और फिर ट्रू नेट मशीन से जांच करते-करते कई बार उन्होंने खुद की भी कोरोना जांच कराई। एक-दो बार नहीं अब तक 18 बार कोरोना की जांच करवा चुके लैब टेक्नीशियन सर्वेश श्रीवास्तव की इम्युनिटी पावर की चर्चा पूरे स्वास्थ्य विभाग में हो रही है। दरअसल 18 बार आरटी-पीसीआर जांच कराने पर रिपोर्ट हर बार नेगेटिव ही आ रही है। रैपिड एंटीजन किट से पांच बार जांच कराने पर भी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। वह कोई दवा नहीं खा रहे हैं। वह बताते हैं कि कोरोना संक्रमण से बचाव का एक ही कारगर उपाय है और वह है सावधानी। उनका कहना है कि सैंपल लेते और मशीन में लगाते समय पीपीई किट का उपयोग नियमित करता हूं। मास्क कभी हटाता ही नहीं हूं। शारीरिक दूरी का अनुपालन खुद भी करता हूं और साथियों से भी करवाता हूं। तीन हजार सैंपल की जांच ट्रू नेट मशीन से करने वाले सर्वेश अब आरटी-पीसीआर लैब में भी जांच करेंगे। दूसरी ट्रू नेट मशीन आने का भी वह इंतजार कर रहे हैं।

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आठ लैब टेक्नीशियन हो चुके हैं संक्रमित

स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत लैब टेक्नीशियन पिछले पांच महीने से लोगों की कोरेाना जांच के लिए सैंपल ले रहे हैं। जांच बूथ के अलावा कंटेनमेंट जोन में जाकर संक्रमितों के स्वजन का भी सैंपल लेते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक अब तक आठ लैब टेक्नीशियन कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। दो को छोड़कर शेष स्वस्थ हो चुके हैं।

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