सुरक्षित खानपान ने बीमारियों से बचाया, प्रतिरोधक क्षमता हुई मजबूत

जागरण संवाददाता साहिबाबाद आज विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस है। स्वस्थ रहने के लिए खानपान सुरक्षित ह

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 07:33 PM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 07:33 PM (IST)
सुरक्षित खानपान ने बीमारियों से बचाया, प्रतिरोधक क्षमता हुई मजबूत
सुरक्षित खानपान ने बीमारियों से बचाया, प्रतिरोधक क्षमता हुई मजबूत

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद: आज विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस है। स्वस्थ रहने के लिए खानपान सुरक्षित होना चाहिए, इसके प्रति लॉकडाउन में लोगों के अंदर जागरूकता आइ है। लोगों ने बाहर का खाना खासतौर पर जंक फूड बंद कर दिया है, जिसकी वजह से घर बैठे कई रोगियों के रोग का बिना दवा के ही निदान हो गया। अस्पताल में खानपान ठीक न होने के कारण बीमार होकर अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों की संख्या में कमी आई है। घर का खाना खाने से लोगों की प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत हुई और कोरोना से लड़ने की ताकत मिली है। लॉकडाउन के कारण शहर में ठेली पर खाना बेचने वालों की संख्या बहुत कम हो गई है। इक्का-दुक्का जगह ही ठेलियां लगी हैं। ज्यादातर लोग यहां से खाना पैक करवाकर घर ले जाकर खाते हैं। होटलों में भी खाना बनाने से लेकर घर पहुंचाने तक के लिए सावधानी के इंतजाम किए गए हैं। मास्क और दस्ताने पहनकर ही डिलीवरी ब्वॉय को भेजा जाता है। खाने की पैकिंग में भी सुधार किया गया है, जिससे खाना सुरक्षित रहे। हालांकि ऑनलाइन ऑर्डर कर खाना मंगाने वालों की संख्या पहले के मुकाबले अब 50 प्रतिशत तक कम हुई है। डॉक्टर की सलाह: कौशांबी स्थित यशोदा अस्पताल में कार्यरत पेट एवं लीवर रोग विशेषज्ञ डॉ. हरित कोठारी ने बताया कि घर का खाना पौष्टिक, स्वादिष्ट और विटामिन से भरपूर होता है जबकि बाहर के खाना खाने से बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। लोगों से अपील है कि लॉकडाउन के अंदर घर के खाने के प्रति जो उनका प्रेम बढ़ा है, उसे बनाए रखें। इसकी वजह से सुरक्षित और सेहतमंद रहेंगे। लीवर भी मजबूत होगा, बीमार होने का खतरा कम हो जाएगा। घर में व्यायाम भी करें, क्योंकि व्यायाम न करने से मोटापा बढ़ने की भी शिकायत आ रही है, लोगों का घर से बाहर निकलना कम हो गया है। ऐसे में सुरक्षित खानपान और व्यायाम घर बैठे ही कई रोगों का निदान कर सकता है। परिचर्चा

बाहर का खाना अब पूरे परिवार ने बंद कर दिया है, पहले रोजाना बाहर से कुछ न कुछ मंगाकर खा लेते थे। लॉकडाउन के कारण कई नए व्यंजन बनाने भी सीखे हैं, जिसकी वजह से बाहर से खाना नहीं मंगाना पड़ेगा।

- रंजना, वैशाली निवासी घर का खाना खाने से स्वास्थ्य पर अच्छा असर पड़ा है, जबकि पहले बाहर का खाना खाने से परिवार के सदस्य बीमार भी हो जाते थे। अब ऐसा नहीं है, अब तो घर में ही समोसे और जलेबी तक बनने लगी है।

- नीता शर्मा, वैशाली

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