क्षेत्रीय से राष्ट्रीय होने का डिजिटल रास्ता 'किसान एप'

सौरभ पांडेय साहिबाबाद कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर बीती 28 नवंबर से दिल्ली के अलग-

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 11:31 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 11:31 PM (IST)
क्षेत्रीय से राष्ट्रीय होने का डिजिटल रास्ता 'किसान एप'
क्षेत्रीय से राष्ट्रीय होने का डिजिटल रास्ता 'किसान एप'

सौरभ पांडेय, साहिबाबाद: कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर बीती 28 नवंबर से दिल्ली के अलग-अलग बार्डरों पर धरने दे रहे किसान अब डिजिटल होने जा रहे हैं। आंदोलन के पंजाब और हरियाणा तक सीमित होने की चर्चाओं के बीच पूरे देश के किसानों को जोड़ने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन 'किसान' एप बना रहा है। वह दस दिन में इसका काम पूरा करने का दावा कर रहे हैं। आंदोलन को राष्ट्रीय बनाने और देशभर के किसानों को जोड़ने के लिए यह एप तैयार किया जा रहा है। किसान नेताओं ने एक करोड़ किसानों को एप से जोड़ने का लक्ष्य रखा है।

यूपी गेट, सिघु बार्डर, टिकरी बार्डर, गुड़गांव और नोएडा आदि के बार्डरों पर किसानों का धरना लगातार जारी है। सड़क पर धरना दे रहे किसानों का इंटरनेट मीडिया विग भी पूरी तरह से सक्रिय है। फेसबुक, ट्विटर, वाट्सएप आदि पर लगातार किसान वीडियो और लेख के माध्यम से लोगों तक अपनी बात पहुंचा रहे हैं। हालांकि लगातार आरोप लग रहे हैं कि आंदोलन में सिर्फ पंजाब और हरियाणा के किसान ही हिस्सा ले रहे हैं। साथ ही कुछ पार्टियां किसान आंदोलन के नाम पर राजनीतिक रोटियां भी सेंक रही हैं। आंदोलन को क्षेत्रीय भी कहा जा रहा है। क्षेत्रीय से राष्ट्रीय बनाने के लिए अब किसान नेता देश के अन्य राज्यों में रहने वाले किसानों को भी एप के माध्यम से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए 'किसान' एप बनाया जा रहा है। इस एप का निर्माण संयुक्त किसान मोर्चा की आइटी विग कर रही है। जल्द ही इसका काम पूरा कर इसे लांच कर दिया जाएगा।

किसानों को पहुंचेगी हर जानकारी: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेद्र मलिक ने बताया कि एप के माध्यम से सरकार के हर कदम की जानकारी किसानों तक पहुंचेगी। कृषि कानून अथवा किसानों के हित में बनने वाले हर नियम की जानकारी एप के द्वारा किसानों तक पहुंचाई जाएगी। इसके माध्यम से देश के किसी भी स्थान पर किसानों को होने वाली समस्याओं की जानकारी अन्य किसानों को भी होगी। इन समस्याओं पर सभी किसान एकजुट होकर सरकार से बात करेंगे।

करीब एक लाख किसान करा चुके हैं रजिस्ट्रेशन: संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने बताया कि बुधवार से एप के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है। इसके लिए सिंघु बार्डर, यूपी गेट आदि स्थानों पर रजिस्ट्रेशन करवाया जा रहा है। दो दिन में एक लाख से अधिक किसान एप के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। किसानों का नाम, पिता का नाम, पता व मोबाइल नंबर लेकर रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। एप तैयार होते ही किसानों के मोबाइल पर लिंक भेजकर एप डाउनलोड करवाया जाएगा। मोबाइल नंबर डालकर किसान इस एप पर लाग इन कर सकेंगे। ऐप का उद्देश्य कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश के हर हिस्से में रहने वाले किसानों को जोड़ना है।

chat bot
आपका साथी