आवासीय प्लॉट पर व्यवसायिक की भरमार, अधिकारी लाचार

जागरण संवाददाता वसुंधरा आवास विकास परिषद की कॉलोनी वसुंधरा के आवासीय प्लॉटों पर धड़

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2020 07:01 PM (IST) Updated:Thu, 16 Jul 2020 07:01 PM (IST)
आवासीय प्लॉट पर व्यवसायिक की भरमार, अधिकारी लाचार
आवासीय प्लॉट पर व्यवसायिक की भरमार, अधिकारी लाचार

जागरण संवाददाता, वसुंधरा: आवास विकास परिषद की कॉलोनी वसुंधरा के आवासीय प्लॉटों पर धड़ल्ले से दुकानें बनाई जा रही हैं। पहले ही वसुंधरा के ज्यादातर इलाके जाम और अन्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। वहीं अब विभिन्न सेक्टरों में बन रहीं अन्य दुकानों की शिकायत पर भी आवास विकास परिषद कार्रवाई नहीं कर रही है।

वसुंधरा सेक्टर एक, दो, तीन समेत कई सेक्टरों में लॉकडाउन के दौरान ही बिल्डरों ने अवैध इमारतें खड़ी कर डालीं। इस दौरान आवासीय प्लॉटों पर धड़ल्ले से दुकानें बनाई जा रही हैं। एक ओर बिल्डर नक्शे के विपरीत तीन के स्थान पर पांच से छह मंजिल तक अवैध निर्माण कर रहे हैं, वहीं ग्राउंड फ्लोर पर अवैध रूप से दुकानें बनाई जा रही हैं। वसुंधरा सेक्टर एक निवासी विवेक ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर मामले की शिकायत की है। उन्होंने बताया कि उनके घर पर पास ही एक अवैध इमारत बन रही है। नक्शे के खिलाफ फ्लैट तो बनाए ही जा रहे हैं, साथ ही भूतल पर आठ-दस अवैध दुकानें भी बनाई गई हैं। परिषद के अधिकारी भी हैं शामिल: शिकायतकर्ता के अनुसार उन्होंने सेक्टर एक में अवैध रूप से बनाई जा रही दुकानों के खिलाफ आवास विकास परिषद के अधिकारियों को भी शिकायत की थी। परिषद के अधिकारी इसकी जांच करने तो आए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने परिषद के कुछ अधिकारियों पर भी बिल्डरों के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाया है। बाद में होती है परेशानी: वसुंधरा के सेक्टर-16, सेक्टर चार व सेक्टर-19 आदि में लोगों ने आवासीय प्लॉटों पर अवैध दुकानें बना दी हैं। करीब पांच-छह साल पहले यह निर्माण हुए। अब यहां जाम की समस्या होने लगी है। साथ ही सीवर और अन्य समस्याएं भी सामने आने लगी हैं। आवास विकास परिषद अधिकारी अभी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं जिससे आगे समस्या बढ़ेगी। अवैध निर्माणों की सूची बना ली गई है। बिजली निगम और जल निगम को पत्र लिखकर कनेक्शन नहीं देने को कहा गया है। साथ ही अधिकारियों से पुलिसबल मांगा गया है। पुलिसबल मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

- नरसिंह प्रसाद, अधीक्षण अभियंता

chat bot
आपका साथी