रेरा ने दो बिल्डरों को माना डिफॉल्टर, होगी कार्रवाई

जागरण संवाददाता गाजियाबाद यूपी-रेरा ने दो बड़े बिल्डरों को डिफॉल्टर मानते हुए कार्रव

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 07:38 PM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 07:38 PM (IST)
रेरा ने दो बिल्डरों को माना डिफॉल्टर, होगी कार्रवाई
रेरा ने दो बिल्डरों को माना डिफॉल्टर, होगी कार्रवाई

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : यूपी-रेरा ने दो बड़े बिल्डरों को डिफॉल्टर मानते हुए कार्रवाई के लिए कदम आगे बढ़ाया है। शुक्रवार को रेरा चेयरमैन राजीव कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिग कर जीडीए से इन बिल्डरों के प्रोजेक्ट में बची हुई संपत्तियों का ब्योरा मांगा है। जीडीए वीसी कंचन वर्मा ने बताया कि ब्योरा दे दिया गया है। इन संपत्तियों को जिला प्रशासन के माध्यम से नीलाम कर पीड़ित आवंटियों को भुगतान किया जाएगा।

दोनों बिल्डरों के प्रोजेक्ट एनएच-नौ किनारे हैं। बड़ी संख्या में आवंटियों ने यूपी-रेरा से इनकी शिकायत की हुई है। आरोप है कि इन बिल्डरों ने पूरा पैसा लेकर समय पर फ्लैट और प्लॉट का कब्जा नहीं दिया। कई मामलों तो मौके पर जमीन तक बिल्डर के कब्जे में नहीं है। इन शिकायतों की जांच कर यूपी-रेरा ने दोनों बिल्डरों को डिफॉल्टर मानते हुए कार्रवाई करने का मन बनाया है। जीडीए ने यूपी-रेरा चेयरमैन को अवगत कराया है कि इन बिल्डरों के पास करीब 1200 फ्लैट और प्लॉट ऐसे हैं, जिनकी बिक्री नहीं हुई है। इस मामले में यूपी-रेरा के सचिव अबरार अहमद ने बताया कि पीड़ित आवंटियों को भुगतान करने के लिए डिफॉल्टर बिल्डरों की बची हुई संपत्ति को जिला प्रशासन के माध्यम से नीलाम किया जाएगा।

----

अधूरे प्रोजेक्टों का होगा ऑडिट

समय पर प्रोजेक्ट पूरा न करने वाले बिल्डरों पर कार्रवाई हो सकती है। वीडियो कांफ्रेंसिग में यूपी-रेरा के चेयरमैन ने कहा है कि ऐसे प्रोजेक्टों का ऑडिट कराया जाएगा। इसके अलावा जीडीए को छह बिल्डरों के प्रकरण में निर्देश दिया है। कहा है कि बकाया विवाद को लेकर जिन बिल्डरों के प्रोजेक्ट अटके हुए हैं, उसका वार्ता कर समाधान किया जाए। यह देखा जाए कि प्रोजेक्टों में कितनी बुकिग हुई है। उस हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाए।

chat bot
आपका साथी