मनमानी वसूलने वाले अस्पतालों ने लौटाए 10 लाख, सिलसिला जारी

जासं गाजियाबाद आपदा के वक्त अस्पताल में भर्ती मरीजों से मनमानी वसूली की गई है। जिस पर लगाम लग

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 10:06 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 10:06 PM (IST)
मनमानी वसूलने वाले अस्पतालों ने लौटाए 10 लाख, सिलसिला जारी
मनमानी वसूलने वाले अस्पतालों ने लौटाए 10 लाख, सिलसिला जारी

जासं, गाजियाबाद: आपदा के वक्त अस्पताल में भर्ती मरीजों से मनमानी वसूली की गई है। जिस पर लगाम लगाने और पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए एक समिति बनाई गई है, जिसके पास अब तक 35 शिकायतें पहुंची हैं। इन शिकायतों की जानकारी होते ही कुछ अस्पतालों ने मरीजों के खाते में रुपये वापस भेज दिए हैं। अब तक 11 शिकायतकर्ताओं को दो लाख से लेकर 30 हजार रुपये तक की राहत बिल में मिली है। कुल वापस की गई रकम 10 लाख से भी अधिक है। इसके अलावा कई मामले ऐसे भी हैं, जिसमें शिकायतकर्ता ने मरीज के अस्पताल से डिस्चार्ज करने के वक्त ही ओवर बिलिग की शिकायत की तो अफसरों ने अस्पताल में फोन किया, तुरंत ही बिल कम कर दिया गया है। केस स्टडी: वसुंधरा में रहने वाले एक शिकायतकर्ता से अस्पताल ने 11.45 लाख रुपये वसूले थे। जवाब तलब होते ही अस्पताल ने 2.04 लाख रुपये वापस कर दिए हैं, यह पहली शिकायत समिति के पास पहुंची थी। केस स्टडी दो: गोविदपुरम निवासी एक व्यक्ति सिर्फ तीन दिन अस्पताल में रहे लेकिन उनसे अस्पताल ने 65 हजार रुपये ले लिए। जांच शुरू होते ही अस्पताल ने 30 हजार वापस कर दिए। बिल माफ तो शिकायत वापस : दो शिकायतकर्ता ऐसे भी हैं, जिन्होंने ओवर बिलिग की शिकायत की। जांच शुरू हुई लेकिन दो दिन बाद ही शिकायत वापस ले ली गई। कितना बिल माफ हुआ, इसकी जानकारी समिति को नहीं दी। ये तर्क दे रहे अस्पताल : ओवर बिलिग की शिकायत पर अस्पतालों ने तर्क दिया है कि अप्रैल तक के लिए जारी आदेश में सिर्फ बेड के रेट तय किए गए थे, यह नहीं बताया गया था कि बेड के साथ क्या सुविधाएं जुड़ी हैं। जबकि दूसरे आदेश में वह भी स्पष्ट किया गया है। इस वजह से बिल में अंतर आया है। बयान जो लोग ओवर बिलिग की शिकायत कर रहे हैं, उसकी जांच की जा रही है। अस्पतालों ने मरीजों को रुपये वापस करना शुरू कर दिया है। जांच कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। - महेंद्र सिंह तंवर, जांच समिति के अध्यक्ष

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