बारिश से राहत, जलभराव से आफत
जासं गाजियाबाद शनिवार रात से रविवार सुबह तक रुक-रुककर हुई बारिश से अन्नदाताओं को राहत मिली लेकिन कई जगह पर जलभराव होने से लोगों को परेशानी हुई। कई सोसायटियों के घरों मे पानी भर गया। वहीं सांई उपवन के पास अंडरपास व जीटी रोड मेरठ रोड पर पानी भरने से वाहन चालकों को परेशानी हुई। लोनी में सीएचसी के अंदर पानी भर गया जिससे मरीजों को दो किलोमीटर दूर जाकर उपचार कराना पड़ा।
जासं, गाजियाबाद: शनिवार रात से रविवार सुबह तक रुक-रुककर हुई बारिश से अन्नदाताओं को राहत मिली, लेकिन कई जगह पर जलभराव होने से लोगों को परेशानी हुई। कई सोसायटियों के घरों मे पानी भर गया। वहीं सांई उपवन के पास अंडरपास व जीटी रोड, मेरठ रोड पर पानी भरने से वाहन चालकों को परेशानी हुई। लोनी में सीएचसी के अंदर पानी भर गया, जिससे मरीजों को दो किलोमीटर दूर जाकर उपचार कराना पड़ा। खुली दावों की पोल: जलनिकासी की व्यवस्था दुरुस्त करने की जिम्मेदारी नगर निगम, जीडीए, लोक निर्माण विभाग, एनएचएआइ व आवास विकास परिषद के अधिकारियों की है। मानसून आने से पहले सभी विभाग के अधिकारियों ने जलभराव की समस्या न होने का दावा किया था, लेकिन बारिश ने अधिकारियों के दावों की पोल खोल दी। बारिश से गोविदपुरम, पटेल नगर, विजयनगर, सदरपुर, रईसपुर, संजय नगर, नंदग्राम, बागू, सिहानी, गढ़ी, चिरंजीव विहार, अवंतिका, विवेकानंद नगर सहित 30 से अधिक स्थानों पर जलभराव हुआ। जलभराव की मुख्य वजह नालियों का नालों से न जुड़ना व सड़कों का ऊंचा या नीचा होना है। उधर, पटेल नगर सेकेंड में नाले का पानी ओवरफ्लो होकर घरों के अंदर आ गया। गंदगी से लोगों को परेशानी हुई। आरोप है कि नगर निगम ने यहां पर नाले का निर्माण करवाया, लेकिन उसकी चौड़ाई कम है। नाले में जालियां लगाई गई हैं, जहां कूड़ा इकट्ठा होता है। सफाई न होने से नाले का पानी ओवरफ्लो हो जाता है।
परिचर्चा
बारिश का पानी घरों के अंदर भर गया, जिससे परेशानी हुई। दिनभर घर की सफाई करनी पड़ी। जलनिकासी की व्यवस्था ठीक न होने से नगर निगम के अधिकारी जिम्मेदार हैं। - कमलेश पटेल नगर -2 में कई साल से जलभराव की समस्या है। जलनिकासी की व्यवस्था ठीक करने का अधिकारी आश्वासन देते हैं, लेकिन पर्याप्त इंतजाम नहीं करते। - मूलराज पटेलनगर में सड़क पर पानी भरने से सुबह जरूरी सामान की खरीदारी के लिए भी नहीं जा सके। हर साल मानसून के वक्त परेशानी होती है। -यश वर्जन..
मुख्य तौर पर डूब क्षेत्र में जलभराव की समस्या हुई। वहां पर पंप लगाकर जलनिकासी करवाई गई। इसके अलावा कई स्थानों पर सड़क, नाले व नालियों का निर्माण कार्य कराया जाना प्रस्तावित है।
-महेंद्र सिंह तंवर, नगर आयुक्त।