जागरण विमर्श : पुलिस कानूनों में सुधार समय की जरूरत

आशुतोष अग्निहोत्री ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के साढे़ चार सा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 07:55 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 07:55 PM (IST)
जागरण विमर्श : पुलिस कानूनों में सुधार समय की जरूरत
जागरण विमर्श : पुलिस कानूनों में सुधार समय की जरूरत

आशुतोष अग्निहोत्री, ग्रेटर नोएडा

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के साढे़ चार साल के कार्यकाल में कानून व्यवस्था में सुधार आया है। अपराधियों में पुलिस का खौफ है और माहौल लगातार सुधर रहा है। बावजूद इसके अभी बहुत काम बाकी है। आम जनता की बेहतरी के लिए वर्षों से चल रहे पुलिस कानूनों में बदलाव लाना होगा। दैनिक जागरण विमर्श 2021 के चौथे सत्र में ग्रुप चर्चा के दौरान उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक विक्रम सिंह ने बुधवार को यह बात कही। गौतमबुद्ध नगर के पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने पुलिस कमिश्नरी व्यवस्था को उत्तर प्रदेश सरकार की सार्थक पहल बताते हुए नोएडा में बीस माह में कानून व्यवस्था व पुलिस की सामाजिक जिम्मेदारी के बारे में बताया।

वर्षों बाद पुलिस को मिला बिना दबाव के काम करने का मौका विक्रम सिंह ने कहा कि योगी सरकार में पुलिस को पहली बार बिना दबाव के काम करने का मौका मिला है। पुलिस कमिश्नरी व्यवस्था बहुत पहले लागू हो जानी चाहिए थी, लेकिन स्वार्थी लोगों ने ऐसा नहीं होने दिया। अब पुलिस कानूनों में सुधार का समय है। देश में अभी भी अंग्रेजों के समय के वर्ष 1861 के कानून चल रहे हैं। अपराधियों पर खौफ लाने के लिए कानून में बदलाव लाकर पुलिस को और अधिक शक्तियां देनी होंगी। पुलिस और जनता के बीच अविश्वास से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए पुलिस और जनता दोनों की जवाबदेही बनती है। पुलिस के शीर्ष अधिकारी से लेकर कांस्टेबल तक को अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा। थानों में ईमानदारी की प्राण प्रतिष्ठा के लिए जनता को भी अपना सहयोग देना होगा। हमें ऐसा माहौल देना होगा कि शिकायतकर्ता को थाने जाने में डर न लगे। दैनिक जागरण से 50 साल का रिश्ता

विक्रम सिंह ने कहा कि दैनिक जागरण परिवार से उनका पचास साल से अधिक पुराना रिश्ता है। कानपुर में कक्षा तीन का छात्र था तब से दैनिक जागरण के बारे में सुनता था, बड़ा होने के साथ- साथ दैनिक जागरण से जुड़ाव भी गहरा होता गया।

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हमने सुरक्षित माहौल का एहसास कराया :आलोक सिंह गौतमबुद्ध नगर के पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने कहा कि जनवरी 2020 में पुलिस कमिश्नरी बनने के बाद उन्होंने पहली बार पुलिसकर्मियों को संबोधित करते समय नागरिक पुलिस प्रणाली पर जोर दिया। कोरोना काल में पुलिस ने इसे साकार कर दिखाया। संकटकाल में पुलिस का नया रूप देखने को मिला। वरिष्ठ नागरिकों को रात में दवाई देने उनके घर गए, भूखों को भोजन दिया और बीमारों को अस्पताल पहुंचाकर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाई। उन्होंने कहा कि पहले पुलिस के पास अधिकार सीमित थे, लेकिन कमिश्नरी बनने के बाद जब मजिस्ट्रियल पावर मिली तो हमने और अधिक सख्ती से अपराधियों पर शिकंजा कसा। बीस माह में माफिया की 144 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई है। जिनके खिलाफ आम आदमी बोलने की हिम्मत नहीं करता था वह अब जेल की हवा खा रहे हैं।

महिला सुरक्षा में खुद को सिद्ध कर रही स्वयंसिद्धा टीम आलोक सिंह ने कहा कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा में महिलाओं को बेहतर सुरक्षित माहौल मिले उसके लिए डीसीपी स्तर की महिला अधिकारी के नेतृत्व में स्वयंसिद्धा टीम का गठन किया गया है। यह टीम महिलाओं को सुरक्षा का एहसास कराती है। महिलाएं बिना झिझक के अपनी बात इस टीम से कहती हैं। पारिवारिक मामलों का जिक्र करते हुए बताया कि अब तक 90 परिवारों को बचाया गया है। अपराधियों के खिलाफ मजबूत हो रहा तकनीकी तंत्र पुलिस आयुक्त ने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण पूरा होने तक जेवर और उसके आसपास बड़ी बसावट होगी। अंतरराष्ट्रीय पर्यटन बढ़ेगा और अच्छे लोगों के साथ- साथ अपराधिक प्रवृति के लोग भी जाएंगे। उनसे निपटने के लिए हम अभी से ऐसा तकनीकी ढांचा तैयार कर रहे हैं कि आने वाले समय में समस्या न हो।

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