बारिश धान और ईख की फसल के लिए फायदेमंद
जागरण संवाददातामोदीनगर अब से पहले मानसून मामूली बूंदाबांदी तक ही सीमित था। जिस तरह रोजान
जागरण संवाददाता,मोदीनगर: अब से पहले मानसून मामूली बूंदाबांदी तक ही सीमित था। जिस तरह रोजाना आसमान में बादल छा रहे थे और लगातार समय बीत रहा था। उससे बारिश को लेकर लोगों को उम्मीद खत्म होती नजर आ रही थी। लेकिन बुधवार की रात को तमाम कयासों पर विराम लगाते हुए बादल जमकर बरसे। इससे जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली। वहीं, किसानों की खुशी का भी ठिकाना नहीं रहा। कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो धान और ईख की फसल के लिए इस समय की बारिश बेहद फायदेमंद है। पिछले एक माह से उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा था। वहीं, इस समय खेतों में धान और ईख की फसल के बेहतर विकास के लिए बारिश का किसान बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। लेकिन बारिश नहीं होने से उनको परेशानी हो रही थी। सिचाई केवल टयूबवेल, रजवाहों और माइनरों पर ही निर्भर थी। लेकिन गर्मी अधिक होने के कारण पानी की पूíत अपेक्षा के अनुरूप नहीं हो पा रही थी। बुधवार की रात को बारिश हुई तो किसानों ने राहत की सांस ली। इस बारे में वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. अरविंद यादव का कहना है कि इस समय की बारिश धान और ईख की फसल के लिए बेहद फायदेमंद है। आगे होने वाली बारिश से भी मौसमी फसलों को फायदा होगा। वहीं, किसान नेता पप्पी नेहरा ने बताया कि बारिश होने से किसानों को दोहरा लाभ होगा। एक ओर जहां फसलों का विकास अच्छा होगा। वहीं, दूसरी ओर सिचाई पर आने वाले खर्च में भी कमी आएगी।