बेमौसम बरसात से धान की फसल को होगा नुकसान
जागरण संवाददाता मुरादनगर रविवार तड़के मौसम का मिजाज अचानक बदला और झमाझम बारिश ह
जागरण संवाददाता, मुरादनगर : रविवार तड़के मौसम का मिजाज अचानक बदला और झमाझम बारिश हुई। इससे मौसम में सर्दी का असर देखने को मिला। वहीं, धान की फसल के लिए यह बारिश बेहद नुकसानदेह है। किसानों को धान का दाना काला पड़ने का डर सता रहा है। धान की अगेती फसल उठ चुकी है। हालांकि, अभी करीब 80 फीसद किसानों की फसलें खेतों में खड़ी या फिर कटी पड़ी है। अधिकांश फसल पक चुकी है, जिनमें कटाई चल रही है।
रविवार तड़के जिस तरह से अचानक मौसम बदला और एक घंटे तक बारिश हुई, उसने किसानों की चिता बढ़ा दी। एक बार सूरज निकला तो किसानों की कुछ हिम्मत बंधी, लेकिन फिर मौसम ने करवट बदली और पूरे दिन रुक-रुककर बूंदाबांदी होती रही। मौसम के रुख को देख किसानों को कटाई का काम बीच में रोकना पड़ा। किसानों की मानें तो कटाई के समय बारिश होने से धान का दाना काला पड़ जाएगा, जिसका मंडी में अच्छा भाव मिलना मुश्किल है।
ध्यान रहे कि इस बार सितंबर माह में भी अत्याधिक बारिश हुई, जिससे धान की फसल का विकास बेहतर नहीं हो सका। ज्यादा पानी भरने से फसल में रोग आ गया। कई जगह फसल गलकर नष्ट भी हो गई। अब रही सही कसर रविवार को हुई बारिश ने पूरी कर दी। इसके अलावा सब्जियों के लिए भी बारिश का काफी नुकसान है। फसलें नष्ट होने से टमाटर का भाव पहले ही आसमान छू रहा है। इस बारे में कृषि विज्ञानी डा. हंसराज सिंह का कहना है कि इस वक्त की बारिश का धान की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान है। मौसम जल्द ही साफ नहीं हुआ और धूप नहीं खिली तो धान का दाना काला पड़ जाएगा।