खुद पर गर्व है कि राम मंदिर निर्माण की आवाज उठाने में जेल गया

जागरण संवाददातामोदीनगर 25 साल की उम्र में राम मंदिर निर्माण को लेकर चल रहे आंदोलन में

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 08:10 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 08:10 PM (IST)
खुद पर गर्व है कि राम मंदिर निर्माण की आवाज उठाने में जेल गया
खुद पर गर्व है कि राम मंदिर निर्माण की आवाज उठाने में जेल गया

जागरण संवाददाता,मोदीनगर: 25 साल की उम्र में राम मंदिर निर्माण को लेकर चल रहे आंदोलन में भगवानगंज मंडी निवासी डॉ. पवन सिंहल ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। जेल जाने से भी नहीं डरे। उनके परिवार के पांच अन्य लोग भी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए थे, लेकिन जो संघर्ष किया आज उसका सुखद परिणाम राम मंदिर निर्माण शुरू होने के रूप में सामने पाकर डॉ. पवन सिंहल बेहद खुश हैं।

बड़े ही गर्व के साथ डॉ. पवन कहते हैं कि जेल जाने से हर कोई डरता है, लेकिन यह केवल राम के नाम की ही शक्ति थी कि उस दौरान डर के बजाय एक अजीब तरह का उत्साह था।

27 अक्टूबर 1990 को हुई गिरफ्तारी के किस्से को याद कर डॉ. पवन बताते हैं कि अयोध्या कूच करने के लिए वे 87 लोगों की टोली को लेकर रेलवे स्टेशन की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस आई और अयोध्या न जाने की शर्त रखी, लेकिन लोगों के उत्साह के सामने पुलिस की एक नहीं चली। लोगों ने साफ कह दिया कि पुलिस अपना काम करे, वे अयोध्या जरूर जाएंगे। इसी के चलते पुलिस ने सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया। अकेले उनके परिवार से अजय सिंहल, राजीव सिंहल, प्रवीण सिंहल, दीपक सिंहल समेत पांच अन्य लोग भी जेल गए थे। 14 दिन तक वे सहारनपुर में जेल में बंद रहे। पवन सिंहल बताते हैं कि राम मंदिर निर्माण शुरू होना न सिर्फ उनके लिए बल्कि पूरे देश के लिए गौरवान्वित करने का विषय है। भव्य राम मंदिर में लोगों की अपार आस्था है। जिस दिन नींव रखी जाएगी, उस दिन घर में असली दिवाली मनेगी। डॉ. पवन सिंहल ने बताया कि इतना लंबा समय राम मंदिर निर्माण शुरू होने में लगा। लगातार समय गुजर रहा था। आज कितना हर्ष और शांति मिली है। इसको शब्दों में कह पाना असंभव है। आज गर्व महसूस हो रहा हैं कि राम मंदिर निर्माण को लेकर चले आंदोलन में जेल जाने का मौका मिला।

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