प्रदूषण फैला रहे वाहन स्वामियों पर होगा मुकदमा, बनेंगे साइलेंस जोन

जागरण संवाददाता गाजियाबाद प्रदूषण फैलाने वाले वाहन स्वामियों के खिलाफ अब यातायात पुलिस और संभागीय परिवहन विभाग (आरटीओ) मुकदमा दर्ज कराएगा। पुलिस अधिकारी अभियोजन अधिकारियों से इस बारे में विधिक राय ले रहे हैं। साथ ही जिले में साइलेंस जोन भी बनाकर हूटर प्रेशर हार्न और मोडिफाइड साइलेंसर लगाने वाले वाहनों पर शिकंजा कसा जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Nov 2021 05:43 PM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 05:43 PM (IST)
प्रदूषण फैला रहे वाहन स्वामियों पर होगा मुकदमा, बनेंगे साइलेंस जोन
प्रदूषण फैला रहे वाहन स्वामियों पर होगा मुकदमा, बनेंगे साइलेंस जोन

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: प्रदूषण फैलाने वाले वाहन स्वामियों के खिलाफ अब यातायात पुलिस और संभागीय परिवहन विभाग (आरटीओ) मुकदमा दर्ज कराएगा। पुलिस अधिकारी अभियोजन अधिकारियों से इस बारे में विधिक राय ले रहे हैं। साथ ही जिले में साइलेंस जोन भी बनाकर हूटर, प्रेशर हार्न और मोडिफाइड साइलेंसर लगाने वाले वाहनों पर शिकंजा कसा जाएगा। मंगलवार को गाजियाबाद आए प्रदेश के एडीजी यातायात एवं सड़क सुरक्षा ज्योति नारायण ने दैनिक जागरण से बातचीत में इसकी जानकारी दी। एडीजी आज आरटीओ अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले के ब्लैक स्पाट का निरीक्षण करेंगे। उन्होंने यातायात पुलिस के पास उपलब्ध संसाधनों की भी जानकारी ली। वाहनों को करें चिह्नित : एडीजी ने पुलिस लाइन सभागार में एसएसपी पवन कुमार, एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा, सीओ ट्रैफिक केएन पांडेय और यातायात निरीक्षक परमहंस तिवारी समेत अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। एडीजी ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए साथ काम करना है। वायु गुणवत्ता आयोग के निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराएं। खासकर स्कूली बच्चों और आटो चालकों को जागरूक करने पर जोर दिया। एडीजी ने 10 साल से अधिक पुराने डीजल वाहन और 15 साल से अधिक पुराने पेट्रोल वाहनों को चिह्नित कर कार्रवाई करने और सीज वाहनों को खड़ा करने के लिए जीडीए, नगर निगम और प्रशासन से समन्वय कर भूमि की व्यवस्था करने को कहा।

तय होंगे साइलेंस जोन : एडीजी ने कहा कि यातायात पुलिस और आरटीओ को ध्वनि प्रदूषण को भी रोकना है। स्कूल व कालेज समेत अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर साइलेंस जोन बनाए जाएंगे और इस क्षेत्र में शोर करने वाले वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। आटोमोबाइल कंपनी के विशेषज्ञों को बुलाकर यातायात पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। हर पुलिसकर्मी को एन-95 मास्क दिए जाएं ताकि वे प्रदूषण से बचे रहें।

ड्रोन और स्पीड रडार का होगा प्रयोग : एडीजी का कहना है कि गाजियाबाद पुलिस के ड्रोन कैमरों से फिलहाल यूपी गेट पर काम लिया जा रहा है। जल्द ही ड्रोन कैमरे, स्पीड रडार और ध्वनि मापक यंत्रों का भी प्रयोग शुरू करेंगे, ताकि वाहनों से होने वाले किसी भी तरह के प्रदूषण को न्यूनतम स्तर पर ला सकें। उन्होंने आइटीएमएस (इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) को जिले में नए सिरे से शुरू करने की भी बात कही।

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