जिला एमएमजी अस्पताल का पोर्टिको भवन जर्जर
जागरण संवाददाता गाजियाबाद जिला एमएमजी अस्पताल का पोर्टिको भवन जर्जर हो चला है। दो दिन से हो रही बारिश से इस भवन के गिरने की आशंका प्रबल हो गई है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा भवन की मरम्मत करने की बजाय गिरने से बचाने के लिए लकड़ी की बल्लियां लगा दी है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: जिला एमएमजी अस्पताल का पोर्टिको भवन जर्जर हो चला है। दो दिन से हो रही बारिश से इस भवन के गिरने की आशंका प्रबल हो गई है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा भवन की मरम्मत करने की बजाय गिरने से बचाने के लिए लकड़ी की बल्लियां लगा दी है। भवन में बारिश का पानी तेजी से आ रहा है। इसके अलावा आवासीय भवनों में पानी टपकने से लोगों की चिता बढ़ गई है।
बताया गया कि पांच बार अस्पताल के सीएमएस द्वारा जर्जर मकानों को खाली करने का नोटिस जारी किया गया है, लेकिन स्टाफ मकानों को खाली करने को तैयार नहीं है। बुधवार को अस्पताल की इमरजेंसी के पास बने पोर्टिको भवन में बारिश का पानी टपकने लगा। पूरे भवन में सीलन आ गई और प्लास्टर के साथ कुछ ईंटे भी गिरने लगी। इसकी सूचना स्टाफ द्वारा सीएमएस को दी गई। आनन-फानन में भवन को गिरने से रोकने के लिए बल्लियां लगा दी गई हैं। आसपास वाहन खड़ा करने और मरीजों के स्वजन के वहां जाने पर रोक लगा दी गई है। इस भवन को खतरनाक घोषित कर दिया गया है। इसमे प्रवेश रोक दिया गया है। पता चला है कि कई चिकित्सकों के आवासों में भी बारिश का पानी भरने लगा है। बता दें कि 70 साल पहले बनाई गई अस्पताल की पूरी बिल्डिग को लोक निर्माण विभाग द्वारा निष्प्रोज्य घोषित कर दिया गया है।
वर्जन.. पोर्टिको भवन पुराने जमाने में अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की गाड़ी खड़ी करने के लिए बनाया गया था। अब इस भवन की हालत जर्जर हो चली है। बारिश रुकते ही भवन को ध्वस्त कराया जाएगा। अब इस पोर्टिको की कोई जरूरत नहीं है। जर्जर आवासीय भवनों को खाली कराने की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग की है।
-डॉ.अनुराग भार्गव, सीएमएस, जिला एमएमजी अस्पताल