पुलिस आज जाएगी नोएडा इंटरनेशनल व डीपीएस स्कूल

जागरण संवाददाता गाजियाबाद सिद्धार्थ विहार की प्रतीक ग्रांड कर्नेसिया सोसायटी की 25वीं मंजिल से गिरकर शनिवार रात हुई जुड़वा भाइयों की मौत के मामले में पुलिस बुधवार को पीड़ित परिवार के घर पहुंची और पूछताछ की। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण भी किया। पुलिस जुड़वा भाइयों के पुराने स्कूल नोएडा इंटरनेशनल और वर्तमान स्कूल डीपीएस सिद्धार्थ विहार में आज यानि बृहस्पतिवार को जाएगी। दोनों स्कूलों के छात्रों व अध्यापिकाओं से पुलिस पूछताछ करेगी और जुड़वा भाइयों के बारे में जानकारी जुटाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 09:30 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 09:30 PM (IST)
पुलिस आज जाएगी नोएडा इंटरनेशनल व डीपीएस स्कूल
पुलिस आज जाएगी नोएडा इंटरनेशनल व डीपीएस स्कूल

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : सिद्धार्थ विहार की प्रतीक ग्रांड कर्नेसिया सोसायटी की 25वीं मंजिल से गिरकर शनिवार रात हुई जुड़वा भाइयों की मौत के मामले में पुलिस बुधवार को पीड़ित परिवार के घर पहुंची और पूछताछ की। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण भी किया। पुलिस जुड़वा भाइयों के पुराने स्कूल नोएडा इंटरनेशनल और वर्तमान स्कूल डीपीएस सिद्धार्थ विहार में आज यानि बृहस्पतिवार को जाएगी। दोनों स्कूलों के छात्रों व अध्यापिकाओं से पुलिस पूछताछ करेगी और जुड़वा भाइयों के बारे में जानकारी जुटाएगी।

पुलिस ने जिस जगह जुड़वा भाई गिरे थे और जिस बालकनी से गिरे थे, उस जगह का भी निरीक्षण किया। पुलिस को इस मामले में कोई अधिक जानकारी हाथ नहीं लगी है। फिलहाल, पुलिस पूरी जांच में मामले को हादसे का ही मानकर चल रही है। वहीं पुलिस ने स्वजन से बातचीत की तो उनसे भी पुलिस को कोई नई जानकारी हाथ नहीं लगी। बता दें कि मूलरूप से चेन्नई के रहने वाले टीएस पलानी मदुराई वर्तमान में परिवार के साथ प्रतीक ग्रांड कर्नेसिया सोसायटी की 25वीं मंजिल पर रहते थे। शनिवार रात एक बजे उनके दो जुड़वा पुत्र सूर्यनारायण व सत्यनारायण (14 वर्ष) संदिग्ध परिस्थितियों में फ्लैट की बालकनी से नीचे गिर गए थे और उनकी मौके पर मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस अब तक नीचे गिरने की वजह नहीं तलाश सकी है। पुलिस का कहना है कि मामला हादसे का प्रतीत हो रहा है। बाक्स..

मोबाइल फोन में नहीं मिली कोई संदिग्ध गतिविधि

साइबर सेल ने जुड़वा भाइयों के मोबाइल फोन की पूरी हिस्ट्री चेक कर ली है। उनकी वाट्सएप चेट, गूगल अकाउंट, जीमेल अकाउंट, प्लेस्टोर, फोनबुक में रिसिव और डायल मेमोरी समेत अन्य एप की जांच की गई, लेकिन उनकी कोई भी संदिग्ध गतिविधि इसमें नहीं मिली है। इससे भी पुलिस मामले को हादसे ही मानकर चल रही है।

chat bot
आपका साथी