अतिक्रमण हटाने वाली टीम पर हमला, एक महिला घायल

जागरण संवाददाता साहिबाबाद वसुंधरा सेक्टर नौ में भूमि खाली करा रही आवास-विकास की टी

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 07:22 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 07:22 PM (IST)
अतिक्रमण हटाने वाली टीम पर हमला, एक महिला घायल
अतिक्रमण हटाने वाली टीम पर हमला, एक महिला घायल

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : वसुंधरा सेक्टर नौ में भूमि खाली करा रही आवास-विकास की टीम पर लोगों ने पत्थरबाजी करते हुए हमला कर दिया। परिषद के बुल्डोजर में तोड़फोड़ कर दी। बुलडोजर चालक मौके से जान बचाकर भाग गया। अतिक्रमण पूरी तरह से हटा नहीं था और पुलिस टीम बीच में ही मौके से चली गई थी। पुलिस के जाते ही यह घटना हुई।

सेक्टर नौ किसान चौक के पास आवास विकास परिषद ने नर्सिंग होम बनाने के लिए भूमि बेच दी थी। भूमि पर 40 से ज्यादा झुग्गियां बनी थीं। नर्सिंग होम मालिक ने आवास-विकास परिषद से भूमि खाली कराने की मांग की। अफसरों ने 15 दिन पहले झुग्गी वालों को भूमि खाली करने के लिए नोटिस भेजा था। जमीन खाली न होने पर आवास विकास की टीम बुधवार सुबह पुलिस को साथ भूमि को खाली करने पहुंची। बुलडोजर देख लोगों ने अपना सामान समेटना शुरू कर दिया। दो घंटे बाद बुलडोजर से झुग्गियों को तोड़ना शुरू कर दिया गया। करीब 80 फीसदी अतिक्रमण हट चुका था। पुलिस को लगा की अतिक्रमण कुछ ही देर में शांतिपूर्वक हट जाएगा और कोई व्यक्ति विरोध भी नहीं कर रहा है। यही सोचकर पुलिस की टीम पूरी तरह अतिक्रमण हटने से पहले चली गई। मौके पर एक महिला कांस्टेबल रह गई थी। पुलिस के जाते ही लोग उग्र हो गए। लोगों ने बुलडोजर चालक पर पत्थरबाजी कर दी। चालक बुलडोजर को छोड़कर भाग गया। लोगों ने लाठी-डंडा लेकर उसका पीछा किया। लोगों को उग्र होता देख आवास-विकास की टीम भी भाग खड़ी हुई। आधे घंटे बाद पहुंची पुलिस: तोड़फोड़ करने के बाद फिर से अधिकारियों ने पुलिस को फोन किया। आधे घंटे बाद पुलिस दोबारा से मौके पर पहुंची। पुलिस को देख सभी लोग शांत हो गए। पुलिस ने पत्थरबाजी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं ने बच्चों के साथ पुलिस के सामने आकर खुद को गिरफ्तार करने के लिए कहा। शांति देवी नाम की महिला ने पुलिस को बताया कि बुलडोजर से उसको घायल किया गया। महिला के सिर खून बह रहा था। आवास विकास के अधिकारियों ने दावा किया कि महिला का दूसरे झुग्गी वालों से विवाद हुआ है। आपस में लड़ने में उसके सिर में चोट लगी है। झुग्गी-झोपड़ी वालों से होती थी वसूली: झुग्गी-झोपड़ी वालों ने बताया कि उनसे एक व्यक्ति हर माह 500 से 1000 रुपये प्रति झुग्गी लेता था। पैसे नहीं देने पर वह वीडियो बनाता था और झुग्गी हटाने की धमकी देता था। वह 15 साल से झुग्गी का पैसा दे रहे थे। इसके बाद भी उनकी झुग्गियों को तोड़ दिया गया। ऐसे में वह सर्दी में अपने बच्चों को कहा लेकर जाएंगे? आवास विकास की आवंटित भूमि पर लंबे समय से अतिक्रमण था। जिसे हटा दिया गया है। कुछ स्थानीय लोगों ने शराब पीकर आपस में झगड़ा किया था। टीम अतिक्रमण हटाकर लौट गई। आने वाले समय में भी अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।- उमानाथ शुक्ला, अधिशासी अभियंता निर्माण खंड एक

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