सख्ती: माहौल खराब करने की कोशिश पहुंचाएगी जेल
जागरण संवाददाता गाजियाबाद लोनी में बुजुर्ग से मारपीट के मामले को सांप्रदायिक रंग देकर मा
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : लोनी में बुजुर्ग से मारपीट के मामले को सांप्रदायिक रंग देकर माहौल खराब करने की कोशिश के बाद पुलिस ने इंटरनेट मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है। लोनी प्रकरण में कई स्तंभकार से लेकर द वायर और ट्विटर के खिलाफ कानूनी शिकंजा कसने के बाद भी असामाजिक तत्व बाज नहीं आ रहे हैं। शनिवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को गिरफ्तार किए जाने की अफवाह ट्विटर पर डाल दी गई। इससे दिल्ली व गाजियाबाद समेत पूरे एनसीआर में माहौल खराब हो सकता था। इसी बीच एसएसपी अमित पाठक ने कहा है कि इंटरनेट मीडिया के जरिये माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों को अब सीधे जेल भेजेंगे। इसलिए लोग कुछ भी पोस्ट करने से पहले उसकी सत्यता जांच लें।
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लगातार हो रही माहौल खराब करने की कोशिश लोनी प्रकरण से पहले भी माहौल खराब करने की कोशिश की गई है। असामाजिक तत्व ट्विटर, फेसबुक और वाट्सएप के जरिये लोगों को भड़काने की कोशिश करते रहते हैं। डासना देवी मंदिर में किशोर को पीटने के मामले में भी पक्ष और विपक्ष में गलतबयानी करते हुए कई ट्वीट किए गए थे। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी भी की थी। इसी तरह शालीमार गार्डन में दो पक्षों के बीच विवाद को तूल देकर गाजियाबाद में कानून व्यवस्था को चुनौती देने का प्रयास किया गया था। हिडन विहार में भी मामूली लड़ाई के मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई थी। लोनी प्रकरण में पुलिस कड़ी कार्रवाई करते हुए न सिर्फ स्तंभकार व नेताओं, बल्कि ट्विटर और द वायर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर शिकंजा कसा।
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एसएसपी अमित पाठक कहते हैं कि
किसी भी फोटो या वीडियो को शेयर करने से पहले यह जरूर सुनिश्चित कर लें कि यह फर्जी तो नहीं है। ऐसे शब्दों का इस्तेमाल न करें, जिनसे किसी धर्म या संप्रदाय विशेष की भावना आहत होती हो। इंटरनेट मीडिया सेल बारीकी से निगरानी कर रही है। माहौल खराब करने के उद्देश्य से पोस्ट करने वालों के खिलाफ केस दर्ज कर तुरंत गिरफ्तारी की जाएगी।